नयी दिल्ली: मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता को लेकर कांग्रेस में विरोधाभासी विचार सामने आये हैं और पार्टी के एक और नेता ने अलग रख अख्तियार करते हुए कहा कि किसी मंत्री की योग्यता से किसी का कोई लेनादेना नहीं है.
पूर्व राज्यसभा सदस्य राशिद अल्वी ने कहा, ‘‘जहां तक शिक्षा की बात है, मैं पहले भी कह चुका हूं कि किसी को योग्यता से कोई लेनादेना नहीं है. भारत के प्रधानमंत्री को यह तय करने का अधिकार है कि कोई मंत्रलय किसे दिया जाए।’’ अल्वी ने इस बात से सहमति जताई कि मंत्रियों के कामकाज के आधार पर आंका जाना चाहिए कि वे सफल होते हैं या नहीं.
स्मृति अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर विवादों के केंद्र में हैं. यह बात सामने आई है कि उन्होंने 2004 और 2014 के लोकसभा चुनावों में अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर विरोधाभासी घोषणापत्र दिये.इस मामले में कांग्रेस में सबसे पहले अजय माकन ने मंगलवार को स्मृति की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल खडा किया था.
अल्वी ने कहा कि जहां तक स्मृति के हलफनामे की बात है तो कानून के मुताबिक इस मामले में देखना चाहिए और पता लगाना चाहिए कि क्या सही और क्या गलत है.इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी ने कल इस मुद्दे पर अलग रख अख्तियार करते हुए कहा था कि सरकार की आलोचना नीति आधारित होनी चाहिए न कि व्यक्ति केंद्रित.