55 पूर्व मंत्रियों को छोड़ने होंगे बंगले
नयी दिल्ली:चुनाव और सत्ता से हटने के बाद करीब 55 पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को 26 जून तक अपने सरकारी बंगलों को खाली करना होगा, ताकि नये मंत्री उनमें रहने के लिए आ सकें. सूत्रों ने बताया कि संपदा निदेशालय इन पूर्व मंत्रियों को बंगलों को खाली करने के लिए नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा […]
नयी दिल्ली:चुनाव और सत्ता से हटने के बाद करीब 55 पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को 26 जून तक अपने सरकारी बंगलों को खाली करना होगा, ताकि नये मंत्री उनमें रहने के लिए आ सकें. सूत्रों ने बताया कि संपदा निदेशालय इन पूर्व मंत्रियों को बंगलों को खाली करने के लिए नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है. संप्रग सरकार में 70 मंत्री थे जिनमें से कुछ चुनाव जीत गये हैं, लेकिन कई लोकसभा चुनाव हार गये हैं. जो चुनाव हार गये हैं उनसे 26 जून तक बंगलों को खाली करने को कहा जायेगा.
नयी दिल्ली के महत्वपूर्ण इलाकों में स्थित इन बंगलों के बारे में एक सूत्र ने बताया, ‘यहां करीब 55 टाइप 6, टाइप 7 और टाइप 8 के बंगले हैं, जिन्हें नवनियुक्त मंत्रियों के लिए खाली करवाना होगा.’ इस बीच, संपदा निदेशालय नवनिर्वाचित सांसदों को राज्य भवनों और सरकारी अशोक होटल में अस्थायी आवास मुहैया करा रहा है. लोकसभा की आवास समिति का गठन होने के बाद समिति सांसदों को बंगलों का आवंटन शुरू करेगी. शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने पूर्व मंत्रियों से अपने आप सरकारी आवासों को खाली करने और एक अच्छा उदाहरण पेश करने की अपील की.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पहले ही अपने सरकारी, 7 रेसकोर्स रोड आवास को खाली कर सरकार द्वारा आवंटित नये आवास में जा चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालांकि अभी 7 रेसकोर्स रोड स्थित प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में रहने के लिए नहीं आये हैं, क्योंकि इसमें अभी रंगरोगन का काम चल रहा है.