Mob Lynching के खिलाफ बॉलीवुड से उठी आवाज, बड़ी हस्तियों ने की न्याय की मांग
मुंबई : मॉब लिंचिंग को लेकर देश में मचे राजनीतिक कोहराम के बीच बॉलीवुड से भी इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है. गीतकार जावेद अख्तर और निर्देशक सुधीर मिश्रा समेत बॉलीवुड की कई हस्तियों ने मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर मंगलवार को अपनी नाराजगी जाहिर की. इन बड़ी हस्तियों ने मॉब लिंचिंग के शिकार […]
मुंबई : मॉब लिंचिंग को लेकर देश में मचे राजनीतिक कोहराम के बीच बॉलीवुड से भी इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है. गीतकार जावेद अख्तर और निर्देशक सुधीर मिश्रा समेत बॉलीवुड की कई हस्तियों ने मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर मंगलवार को अपनी नाराजगी जाहिर की. इन बड़ी हस्तियों ने मॉब लिंचिंग के शिकार और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की है.
Even in the days of klu klax klan and slavery in USA or at the peak of White superimist rule In South Africa no one had justified lynching with such shameless audacity. .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) July 24, 2018
गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि भीड़ द्वारा की गयी हिंसा की घटनाओं को ‘ऐसी बेशर्म धृष्टता’ से न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता. वरिष्ठ गीतकार ने ट्विटर पर कहा कि अमेरिका में कू क्लक्स क्लान (अमेरिका में कट्टरवादी दक्षिण-पंथी गोपनीय समाज) और गुलामी के दिनों या दक्षिण अफ्रीका में श्वेत प्रभुत्व शासन के चरम काल में भी किसी ने ऐसी बेशर्म धृष्टता से भीड़ हत्या को न्यायोचित नहीं ठहराया. निर्देशक सुधीर मिश्रा ने कहा कि भीड़ द्वारा की गयी हत्या को जायज ठहराने वाले अपने बच्चों से क्या कहेंगे?
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फिल्मकार और पूर्व पत्रकार प्रीतीश नंदी ने कहा कि भीड़ द्वारा हत्या किये जाने को खड़े होकर देखने वाले पुलिसकर्मियों को क्या महज निलंबित या स्थानांतरित किये जाने के बजाये कड़ी सजा नहीं मिलनी चाहिए? इन लोगों को निर्दोष लोगों की रक्षा करनी चाहिए, उनकी हत्या में मदद नहीं करनी चाहिए. अभिनेता और स्टैंड-अप कामेडियन वीर दास ने ट्वीट किया कि भीड़ द्वारा यहां हत्या के शिकार लोगों को न्याय दिलाने के लिये एक व्यक्ति किसे गले लगाये?
अभिनेत्री गौहर खान ने ट्वीट किया कि राज्य के नेता हत्याओं के बारे में बेहद हल्के बयान देते हैं, जैसे यह चेन छीनने की कोई घटना हो. देश के नेता इस पर चुप्पी साधे रहते हैं, लेकिन भीड़ द्वारा हत्या असल में हत्या के लिए नया अनौपचारिक शब्द बन गया है.
भीड़ द्वारा की गयी हत्या की सबसे ताजा घटना में राजस्थान के अलवर में 28 साल के रकबर खान नाम के एक शख्स की गो तस्करी के शक में पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस को पीड़ित को नजदीकी अस्पताल पहुंचाने में ढाई घंटे से ज्यादा का वक्त लगा.