दिल्‍ली में भूख से मौत : डॉक्टरों ने कहा, 8-9 दिनों से भूखी थी बच्चियां

नयी दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के मंडावली इलाके में मृत पायी गयी तीन बहनों के मामले में डॉक्टर ने कहा है कि जब उन्हें अस्पताल लाया गया तब वो पूरी तरह कुपोषित लग रही थीं और अंत्यपरीक्षण से पता चला है कि एक हफ्ते से ज्यादा समय तक भूखे रहने से पेट पूरी तरह खाली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2018 7:02 PM

नयी दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के मंडावली इलाके में मृत पायी गयी तीन बहनों के मामले में डॉक्टर ने कहा है कि जब उन्हें अस्पताल लाया गया तब वो पूरी तरह कुपोषित लग रही थीं और अंत्यपरीक्षण से पता चला है कि एक हफ्ते से ज्यादा समय तक भूखे रहने से पेट पूरी तरह खाली था.

तीनों लड़कियों की उम्र आठ , चार और दो साल की थी. मंगलवार को दोपहर एक बजे बच्चियों की मां और एक दोस्त उन्हें मयूर विहार में एलबीएस अस्पताल लेकर आए. अस्पताल प्रशासन ने बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया. एलबीएस अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ . अमिता सक्सेना ने बताया , मंगलवार को ही शाम में पोस्टमार्टम हुआ.

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बुधवार को वे समीक्षा चाहते थे इसलिए कैमिकल टॉक्सिलोजी का भी सुझाव दिया गया. इसके बाद चिकित्सा बोर्ड बनाया गया और जीटीबी अस्पताल में दूसरी बार अंत्यपरीक्षण हुआ. पोस्टमार्टम के बाद फॉरेंसिक विशेषज्ञ किस नतीजे पर पहुंचे , इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा , जख्म का निशान नहीं था. यह पूरी तरह कुपोषण का मामला लगता है.

शरीर में हड्डियां निकल आयी थी और पेट , मूत्राशय और मलाशय पूरी तरह खाली था. सक्सेना ने कहा कि पेट पूरी तरह खाली था इसलिए विशेषज्ञों ने किसी साजिश की आशंका नहीं जतायी है. ऐसा इसलिए था क्योंकि आठ – नौ दिनों से उन्होंने कुछ भी नहीं खाया था.

उन्होंने कहा , हम दूसरी राय लेना चाहते थे और पूरी तरह संतुष्ट होना चाहते थे इसलिए जीटीबी अस्पताल में दूसरा अंत्यपरीक्षण कराया गया. उन्होंने कहा , इन बच्चों की मौत भयावह और दर्दनाक है.

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