नयी दिल्ली : हर इनसानी चेहरा दूसरे से अलहदा होता है, यह तो हम सभी जानते हैं, लेकिन यह बात किसी को नहीं पता थी कि हर इनसान के एक जैसे दिखने वाले हाथों की उंगलियों की लकीरें भी अलग-अलग होती हैं. सर विलियम जेम्स हर्शेल ने सबसे पहले इस बात का पता लगाया और हस्ताक्षर की बजाय उंगलियों की छाप को पहचान का बेहतर माध्यम करार दिया. हर्शेल का जन्म 28 जुलाई को ही हुआ था. हाथ से लिखे शब्दों की नकल तो कोई भी कर सकता है, लेकिन हर इनसान की उंगलियों की छाप अलहदा होती है और उसकी नकल कोई नहीं कर सकता. यही वजह है कि आज इसे पहचान के सबसे सशक्त माध्यम के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. 28 जुलाई की कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1741 : कैप्टन बेरिंग ने माउंट सैंट एलियास, अलास्का की खोज की.
1742 : पर्शिया और आस्ट्रिया ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये. 1821 : पेरू ने स्पेन से स्वतंत्रता की घोषणा की.
1858 : सर विलियम जेम्स हर्शेल द्वारा पहचान के लिए पहली बार फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल किया गया.
1866 : अमेरिका में मापने की मीट्रिक प्रणाली को वैधानिक मान्यता मिली.
1914 : प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत.
1925 : हेपेटाइटिस का टीका खोजने वाले बारुक ब्लमर्ग का जन्म.
28 जुलाई को ही विश्व हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है.
1976 : चीन में रिक्टर पैमाने पर 8.3 की तीव्रता का भूकंप आने से लाखों लोगों की मौत.
1995 – वियतनाम आसियान का सदस्य बना.
2001 : पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद सिद्दकी ख़ान कंजू की हत्या.
2005 : सौरमंडल के दसवें ग्रह की खोज का दावा.