पूनम महाजन भी अपनी पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति में आई हैं जैसे प्रिया दत्त. पूनम का राजनीति में प्रवेश 2006 में हुआ है. वह भजयूमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. इसबार प्रिया दत्त को हराकर संसद में पहुंच गईं .
पूनम महाजन ने इस बार के चुनाव में दत्त परिवार की खानदानी सीट पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने सुनील दत्त की उस सीट को हासिल किया है जिस पर 1984 से लगातार पहले सुनील दत्त फिर उनकी बेटी प्रिया दत्त जीतती रही हैं. मगर इस चुनाव में पूनम महाजन ने प्रिया दत्त को एक लाख अस्सी हजार के करीब वोटों से पराजित कर दिया.
भाजपा के मशहूर राजनेता प्रमोद महाजन की पुत्री पूनम महाजन हालांकि 2006 से ही राजनीति में हैं और वे भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव भी हैं. मगर उन्होंने 2014 में अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ा है. वह भी जमी जमाइ राजनेता प्रिया दत्त के खिलाफ. माना जा रहा था कि इस सीट पर पूनम महाजन का जीतना आसान नहीं होगा, मगर मोदी लहर में और खुद अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने इस मुश्किल काम को अंजाम दिया है.
पूनम महाजन का जन्म 9 दिसंबर, 1980 को एक महाराष्ट्रिन परिवार में मुम्बई में हुआ. पिता प्रमोद महाजन की मौत के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. न उनकी मां रेखा महाजन और न भाई राहुल महाजन प्रमोद महाजन की विरासत को संभालने के लिए तैयार थे. ठीक उसी तरह जैसे सुनील दत्त की राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी प्रिया दत्त ने संभाला. संयोग देखिये कि 2014 के लोकसभा चुनाव में इन दोनों युवतियों का चुनावी मैदान में आमना सामना हो गया.
पूनम महाजन को राजनीति में अपने फूफा गोपीनाथ मुंडे का काफी सहयोग मिला. 2010 में वे भाजयुमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बन गयीं. उनकी शादी हैदराबाद के एक उद्योगपति आनंद राव बेजंदिले से हुई है.