अमित शाह के बयान को लेकर राज्यसभा में हंगामा, वेल में पहुंचे सांसद

नयी दिल्ली : राज्यसभा में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) मुद्दे पर मंगलवार को चर्चा के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा की गयी एक टिप्पणी को वापस लेने की मांग कर रहे कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही 2 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गयी. बैठक आज शुरू होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2018 10:23 AM

नयी दिल्ली : राज्यसभा में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) मुद्दे पर मंगलवार को चर्चा के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा की गयी एक टिप्पणी को वापस लेने की मांग कर रहे कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही 2 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गयी. बैठक आज शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद ही दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी गयी. जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष के सांसदों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद कार्यवाही को सभापति ने दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.

2 बजे जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई तो फिर अमित शाह के बयान को लेकर टीएमसी और कांग्रेस सांसदों का विरोध प्रदर्शन राज्यसभा में जारी था. सदन के वेल में टीएमसी सांसद जमा हुए थे और पीएम जवाब दो के नारे लगा रहे थे. गृह मंत्री राजनाथ सिंह जवाब देने के लिए अपनी सीट पर खड़े हुए, लेकिन सभापति ने हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को 2 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया.

इससे पहले हंगामे की वजह से लगातार तीसरे दिन उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया. सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज रखवाए. फिर उन्होंने कहा कि कई सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिये हैं जिन्हें उन्होंने अस्वीकार कर दिया है क्योंकि जिस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए ये नोटिस दिये गये हैं, उस मुद्दे पर चर्चा मंगलवार को हो चुकी है. इसी दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि मंगलवार को संसद में एनआरसी के मुद्दे पर चर्चा हुई जो हाल ही में असम में जारी हुआ है.

VIDEO: राज्यसभा में जैसे ही बोले अमित शाह हममें थी हिम्मत, विपक्ष ने किया जोरदार हंगामा

अमित शाह की ओर इशारा करते हुए शर्मा ने कहा कि भाजपा के एक नेता ने चर्चा के दौरान एनआरसी को तत्कालीन प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी के कार्यकाल में हुए असम समझौते का नतीजा बताया था और राजीव गांधी के बाद के प्रधानमंत्रियों के बारे में एक टिप्पणी की थी. शर्मा ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि देश में पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक, कई प्रधानमंत्री हुए हैं.‘‘ राजीव गांधी के बाद के प्रधानमंत्रियों में अटल बिहारी वाजपेयी भी शामिल हैं.’

कांग्रेस नेता ने आसन से मांग की कि भाजपा अध्यक्ष द्वारा की गई टिप्पणी को वापस लिया जाए. अन्य सदस्यों ने शर्मा की बात से सहमति जतायी. सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि आसन को रिकॉर्ड की जांच करनी चाहिए. सभापति नायडू ने कहा कि वह रिकॉर्ड देखेंगे. उन्होंने सदस्यों से कहा कि कल भाजपा सदस्य अमित शाह जब एनआरसी पर चर्चा के दौरान अपनी बात रख रहे थे तब कुछ सदस्यों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी.

उन्होंने कहा कि उनके आग्रह पर गृह मंत्री कल भी सदन में एनआरसी के मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखने के लिए आए थे. नायडू ने कहा कि आज भी गृह मंत्री सदन में सरकार का पक्ष रखने के लिए मौजूद हैं. कल की चर्चा के दौरान व्यवधान की वजह से अमित शाह की बात अधूरी रह गयी थी. आज वह शाह को अपनी बात पूरी करने की अनुमति देते हैं और फिर गृह मंत्री चर्चा का जवाब देंगे.

आनंद शर्मा तथा कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने आसन से शाह की कल की टिप्पणी वापस लेने की मांग की. शर्मा के व्यवस्था का प्रश्न उठाने पर शाह ने कहा ‘‘आप मुझे अपनी बात कहने दीजिये और बाद में व्यवस्था के सारे प्रश्न एक साथ उठा लीजियेगा.’ कांग्रेस सदस्य शाह की टिप्पणी वापस लेने की मांग कर रहे थे. उसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी कुछ कहा लेकिन हंगामे की वजह से उनकी बात सुनी नहीं जा सकी. नायडू ने सदस्यों से शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि कल सदन में बहुत ही अच्छे तरीके से चर्चा हुई. लेकिन अचानक ही कुछ सदस्य विरोध जताते हुए आसन के समक्ष आ गए जिसकी वजह से व्यवधान हुआ और कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी.

उन्होंने कहा कि कल उन्होंने इसलिए सदन की बैठक स्थगित कर दी थी क्योंकि सदन में हंगामा हो रहा था और लोग संसद की कार्यवाही का सीधा प्रसारण देखते हैं. सभापति ने कहा ‘‘सदस्य संसद के बाहर चाहे जो करें, लेकिन सदन में उनका आचरण मर्यादित होना चाहिए. सदस्यों को सदन की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए.’ नायडू ने कहा कि वह सभी सदस्यों से अपील करते हैं कि सदन को चलने दिया जाए. इसी बीच आनंद शर्मा ने शाह की टिप्पणी कार्यवाही से हटाने की मांग दोहराते हुए कहा कि ऐसा न होने पर वह सदन से चले जाएंगे.

तब नायडू ने उनसे कहा ‘‘आप जाएं.’ शाह ने एनआरसी के मुद्दे पर अपनी बात रखनी शुरू की लेकिन हंगामे की वजह से वह बोल नहीं पाए. नायडू ने सदस्यों से बैठक चलने देने का अनुरोध किया.

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