राज्यसभा में उठी मेट्रो की तर्ज पर रेलगाड़ियों में स्वचालित दरवाजे लगाने की मांग
नयी दिल्ली : राज्यसभा में आज अन्नाद्रमुक सदस्य विजिला सत्यनाथन ने रेलयात्रियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुये सरकार से मेट्रो रेल की तर्ज पर रेलगाड़ियों में भी स्वचालित दरवाजे लगाने की मांग की. उच्च सदन में आज शून्यकाल के दौरान सत्यनाथन ने लोकल ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ के कारण डिब्बों के दरवाजों पर […]
नयी दिल्ली : राज्यसभा में आज अन्नाद्रमुक सदस्य विजिला सत्यनाथन ने रेलयात्रियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुये सरकार से मेट्रो रेल की तर्ज पर रेलगाड़ियों में भी स्वचालित दरवाजे लगाने की मांग की. उच्च सदन में आज शून्यकाल के दौरान सत्यनाथन ने लोकल ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ के कारण डिब्बों के दरवाजों पर यात्रा करने की यात्रियों की मजबूरी का मुद्दा उठाते हुये सरकार से रेलगाड़ियों में स्वचालित दरवाजे लगाने की मांग की .
उन्होंने हाल ही में तमिलनाडु में भीड़ से ठसाठस भरी विभिन्न रेलगाड़ियों में दरवाजों पर यात्रा कर रहे पांच यात्रियों की मौत की घटना का हवाला देते हुये सरकार से रेलमार्ग पर सुरक्षा दीवार (सेफ्टी वॉल) की व्यवस्था भी करने की मांग की. जदयू की कहकशां परवीन ने भी रेलगाड़ियों में गंदगी और खराब भोजन परोस जाने का मुद्दा उठाया. उन्होंने हाल ही में रांची राजधानी में खराब खाना खाने से कुछ यात्रियों के बीमार होने की घटना का हवाला देते हुये गंदा खाना परोसने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की.
उन्होंने डिब्रूगढ़ राजधानी में रसोईयान (पेंट्रीकार) नहीं होने के कारण यात्रियों को ‘‘बाहर से मंगाया गया खराब खाना खाने के लिये मजबूर होने का” मुद्दा उठाया. उन्होंने रेल मंत्रालय से डिब्रूगढ़ राजधानी में रसोईयान लगाने की मांग की. इस दौरान भाजपा सदस्य सकलदीप राजभर ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के गृह जिला बलिया (उत्तर प्रदेश) में कोई अस्पताल नहीं होने का हवाला देते हुये एम्स की तर्ज पर अस्पताल बनाने की मांग की. इस मांग का सपा सदस्य नीरज शेखर सहित अन्य कई सदस्यों ने समर्थन किया. भाजपा के सत्यनारायण जटिया ने सबको आवास योजना के तहत मध्य एवं निम्न आय वर्ग के लोगों के लिये निर्माणाधीन आवास योजनाओं में विलंब का मुद्दा उठाया.
जटिया ने सरकार से संबद्ध राज्य सरकारों के साथ आपसी तालमेल बढाकर इन योजनाओं की गति में तेजी लाने की मांग की जिससे ये योजनायें तय समय से पूरी हो सकें. माकपा की झरनादास वैद्य ने पत्रकारों की हत्याओं के बढ़ते मामलों का मुद्दा उठाते हुये सरकार से इन मामलों में सख्त कार्रवाई करने की मांग की ताकि मीडियाकर्मी निर्भीकता से अपना काम कर सकें.
भाजपा के वी मुरलीधरन ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी त्रावणकोर उर्वरक एवं रासायनिक कंपनी लिमिटेड (एफएसीटी) की बदहाली का मुद्दा उठाते हुये सरकार से इसकी वित्तीय स्थिति सुधरने के लिये आर्थिक मदद देने की मांग की. निर्दलीय सदस्य एम पी वीरेन्द्र कुमार ने दूध की कीमतों में गिरावट का मुद्दा उठाते हुये इससे छोटे और मंझोले डेयरी कारोबारियों को हो रही परेशानियों को दूर करने की मांग की.