बिना पीएम कैंडिडेट ही मोदी का मुकाबला करेगा विपक्ष, कांग्रेस की ये है रणनीति

नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले वि पक्षी दल भाजपा के खिलाफ मजबूत गठबंधन बनाने की तैयारी में है. इस बीच कांग्रेस ने तय किया है कि वह पूरा ध्यान विपक्षी दलों को एकजुट कर भाजपा सरकार को शिकस्त देने पर लगायेगी. पार्टी ने तय किया है कि प्रधानमंत्री पद के बारे में निर्णय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2018 8:05 AM

नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले वि पक्षी दल भाजपा के खिलाफ मजबूत गठबंधन बनाने की तैयारी में है. इस बीच कांग्रेस ने तय किया है कि वह पूरा ध्यान विपक्षी दलों को एकजुट कर भाजपा सरकार को शिकस्त देने पर लगायेगी. पार्टी ने तय किया है कि प्रधानमंत्री पद के बारे में निर्णय चुनाव नतीजे आने के बाद होगा.

इधर, विपक्षी दलों में भी करीब-करीब सहमति बन चुकी है कि सभी को मिल कर भाजपा व आरएसएस को हराना है. पार्टी सूत्रों ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन के लिए सपा, बसपा व अन्य भाजपा विरोधी दलों के बीच भी रणनीतिक समझ बन गयी है. दावा किया कि यदि उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में ‘सही से’ गठबंधन हो गया, तो भाजपा सत्ता में नहीं लौटेगी.

बिहार, उत्तर प्रदेश औरमहाराष्ट्र पर रहेगी नजर

पार्टी का मानना है कि उत्तर प्रदेश,महाराष्ट्र और बिहार में सही से गठबंधन हो गया तो भाजपा की 120 सीटें अपने आप कम हो जायेंगी. उत्तर प्रदेश में तो सत्तारूढ़ पार्टी पांच सीटों पर सिम ट जायेगी. यूपी में महागठबंधन पर बातचीत अंतिम दौर में है.

बंगाल में भी गठबंधन

दिल्ली में किनारा बंगाल में भी कांग्रेस विपक्षी दलों के साथ किसी भी तरह के समझौता से परहेज नहीं करेगी. पार्टी ने स्पष्ट किया है कि जिन राज्यों में स्टेट यूनिट गठबंधन के खिलाफ है, उन राज्यों में वह गठबंधन नहीं करेगी. दिल्ली में आप और तेलंगाना में टीआरएस से दूरी की वजह यही है.

शिव सेना से दूरी, राकांपा ही साथी बनी रहेगी

शिव सेना के साथ तालमेल की संभाव ना के सवा ल पर कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि विचारधारा से समझौता नहीं किया जायेगा. हमा रा गठबंधन समान विचारधारा वाले दलों के साथ होगा. महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के बीच पुराना गठबंधन है, जो वह आगे भी जारी रहेगा.

गुजरात मॉडल बनेगा आधार
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस मुस्लिम तुष्टी करण के आरोप को लेकर भी सचेत है. जिस तरह से पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव की लड़ाई लड़ी वही मॉडल 2019 में पूरे देश में अपनायेगी. पार्टी को उम्मीद है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में पार्टी की लोकसभा सीटों में काफी इजाफा होगा.

तैयारी के दो भाग

1. सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाना

2. परिणाम बाद पीएम पद समेत दूसरे बिंदुओं पर बात

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