जयपुर : राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चुनावी यात्रा ‘राजस्थान गौरव यात्रा’ की आज शुरुआत हुई. इस यात्रा की शुरुआत राजसमंद से हुई, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यात्रा को हरी झंडी दिखायी. यात्रा की शुरुआत से पहले वसुंधरा राजे ने चारभुजा नाथ मंदिर में पूजा की. इस यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए अमित शाह आज सुबह राजसमंद पहुंचे. चालीस दिन की इस यात्रा में राजे अनेक जनसभाएं करेंगी तथा उनका जनता के साथ संवाद साधने का प्रयास रहेगा. वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने एक बार फिर इस यात्रा के आयोजन व प्रायोजन पर निशाना साधा है.
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री को गौरव यात्रा की बजाय जवाबदेही यात्रा निकालनी चाहिए और जनता को बताना चाहिए कि वह अपने कितने चुनावी वादों को अब तक पूरा कर पायी हैं. मुख्यमंत्री राजे इस यात्रा की पहली जनसभा चार अगस्त को राजसमंद में करेंगी. वे पहले चारभुजाजी मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना करेंगी. मुख्यमंत्री कांकरोली स्थित द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन करेंगी और इसके बाद नाथद्वारा के लिए रवाना हो जायेंगी. प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा की इस यात्रा को शक्ति परीक्षण के रूप में देखा जा रहा है. पार्टी इसकी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड रही. कल के कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल होंगे. छह हजार किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय करने के बाद यह यात्रा 30 सितंबर को पुष्कर में समाप्त होगी.
इस बीच प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस सारे आयोजन पर सवालिया निशान उठाते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री राजे को इसके बजाय जवाबदेही यात्रा निकालनी चाहिए और बताना चाहिए कि आखिर उन्होंने व उनकी सरकार ने किस क्षेत्र में गौरव बढ़ाया है. पायलट ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था, किसानों की बदहाली व युवाओं की बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, जैसे मुददों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस इस यात्रा के दौरान हर दिन एक सवाल पूछेगी और सरकार से जवाब मांगेगी. पार्टी चालीस दिन की इस यात्रा में जनहित से जुड़े 40 सवाल पूछेगी. पायलट ने भ्रष्टाचार व ‘मोब लिंचिंग’ जैसे मुददों पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया.