मिशन 2019 : विपक्ष का एकजुटता पर जोर, भाजपा के तरकस में दलित-ओबीसी विधेयक और एनआरसी जैसे तीर

नयी दिल्ली :अगले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की बढ़ती एकता के बीच भाजपा दलित-ओबीसी विधेयकों का समर्थन कर और असम एनआसी के खिलाफ अभियान के जरिये अपना समर्थन आधार मजबूत करने की उम्मीद कर रही है. भाजपा के कई पदाधिकारियों और नेताओं का कहना है कि असम एनआरसी को लेकर बढ़ते विवाद से अवैध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2018 7:30 AM

नयी दिल्ली :अगले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की बढ़ती एकता के बीच भाजपा दलित-ओबीसी विधेयकों का समर्थन कर और असम एनआसी के खिलाफ अभियान के जरिये अपना समर्थन आधार मजबूत करने की उम्मीद कर रही है. भाजपा के कई पदाधिकारियों और नेताओं का कहना है कि असम एनआरसी को लेकर बढ़ते विवाद से अवैध बांग्लादेशी आव्रजकों का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर छा सकता है. इससे भाजपा को चुनाव में खासकर पूर्वी राज्यों के साथ ही हिंदी क्षेत्रों में फायदा मिलने की उम्मीद है. इसलिए, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह संसद से लेकर सड़क तक इस मुद्दे को उठा रहे हैं. शाह अपने इस कैंपेन में भाजपा को अकेले राष्ट्रीय सुरक्षा का ख्याल रखने वाली, जबकि विपक्ष को वोट बैंक को तरजीह देने वाला साबित करने में जुटे हुए हैं.

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भाजपा एड़ी चोटी का जोर लगा रही है कि 2014 में मिले दलितों के भरपूर वोट 2019 के चुनाव में पूरी तरह बरकरार रहे. पार्टी प्रबंधकों ने कहा कि दलितों के प्रति अत्याचार से जुड़े कानून को ‘कमजोर करने’ वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने वाला विधेयक लोकसभा में पेश करने से इस समुदाय के वर्गों का दिल जीतने की उसकी कोशिशों को बढ़ावा मिलेगा. खासतौर पर उत्तर प्रदेश में समुदाय का समर्थन उसके लिए अहम है, जहां धुर विरोधी दल सपा और बसपा ने उसके खिलाफ हाथ मिला लिया है. भाजपा को मौजूदा माॅनसून सत्र में विधेयक संसद में पारित कराने की उम्मीद है.

युवा कांग्रेस का साबरमती से ‘नफरत छोड़ो यात्रा’

भारतीय युवा कांग्रेस भाजपा की ‘ध्रुवीकरण की राजनीति’ के खिलाफ नौ अगस्त से साबरमती से ‘नफरत छोड़ो-गांधी संदेश यात्रा’ निकालने जा रही है. इसका समापन स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली में राजघाट पर एक सर्वधर्म सभा के साथ होगा. भारत छोड़ो आंदोलन के 76 वर्ष पूरा होने पर निकाली जाने वाली युवा कांग्रेस की यह यात्रा गुजरात से शुरू होने के बाद राजस्थान और हरियाणा होते हुए 14 अगस्त को दिल्ली पहुंचेगी.

राजस्थान में चुनाव बाद तय होगा सीएम : कांग्रेस

राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर गुटबाजी की खबरों के बीच कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा जायेगा और मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद होगा. पांडे ने कहा कि पार्टी का अनुशासन तोड़ने वालों को भविष्य में कोई जिम्मेदारी नहीं दी जायेगी. चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा पेश नहीं होगा. इसमें सभी नेताओं का सामूहिक योगदान होगा. कहा कि जनता कांग्रेस को जिताने का मन बना चुकी है.

चंद्रबाबू लोगों की टटोल रहे नब्ज

आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 2019 के विधानसभा और लोकसभा चुनाव से अपनी सरकार की विकास गतिविधियों पर लोगों की राय जानने और उनकी शिकायतों का निवारण करने के लिए ‘ग्राम दर्शिनी’ कार्यक्रम के तहत गांवों में लोगों से मिल रहे हैं. वह पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मिल रहे हैं और चुनाव की रणनीति तैयार कर रहे हैं. सत्तारूढ़ तेदेपा के एक नेता ने कहा कि ग्राम दर्शिनी कार्यक्रम के तहत नायडू आंध्रप्रदेश में किये गये विकास एवं कल्याण कार्यों को प्रमुखता से लोगों के सामने रखने के लिए 2019 के चुनाव से पहले राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम 75 जनसभाएं करेंगे. मुख्यमंत्री के अगले नौ महीने में राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों से संवाद करने की भी संभावना है.

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