जश्न के बाद अब चुनौतियों का सामना करने का वक्त: जेटली
नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली जबर्दस्त जीत का एक पखवाडे से जश्न मना रही भाजपा नीत सरकार ने आज कहा कि अब चुनौतियों का सामना करने का समय आ गया है. भाजपा नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछली सरकार से विरासत में मिली बदहाल अर्थव्यवस्था सुधारे जाने के लिए हमारी […]
नयी दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली जबर्दस्त जीत का एक पखवाडे से जश्न मना रही भाजपा नीत सरकार ने आज कहा कि अब चुनौतियों का सामना करने का समय आ गया है.
भाजपा नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछली सरकार से विरासत में मिली बदहाल अर्थव्यवस्था सुधारे जाने के लिए हमारी ओर निहार रही है.जेटली ने पार्टी की ओर से जारी अपने लेख में कहा चुनावों में जनता की ‘‘नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा नीत राजग में उम्मीद जगी कि वह देश की अर्थव्यवस्था को उसकी मौजूदा स्थिति से उबार पाएगी.’’ ‘जश्न से चुनौती’ नामक अपने लेख में उन्होंने कहा, मेरे लिए पिछला सप्ताह जश्न से निकल कर चुनौतियों का सामना करने का रहा…नि:संदेह मेरी फौरी चुनौती देश की अर्थव्यवस्था को उसके मौजूदा हालात से उबारने की है. ऐसा करने के लिए वह (अर्थव्यवस्था) हमारी ओर देख रही है.’’
वित्त मंत्री ने कहा, हमें ऐसी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है जिसका सकल घरेलू उत्पाद :जीडीपी: पिछले लगातार दो साल से 5 प्रतिशत है. खनन एवं उत्खनन में नकारात्मक वृद्धि दर है. विनिर्माण क्षेत्र का पिछले साल का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा.निवेश का चक्र भी गडबडाया हुआ है. उन्होंने कहा कि इस नकारात्मक भावना के चलते व्यापार प्रभावित हुआ जिसके कारण पिछले साल की बनिस्बत होटल और परिवहन क्षेत्र में भी मंदी आई.
जेटली ने कहा कि जश्न के बाद अब चुनौतियों को हाथ में लेने का समय आ गया है. ‘‘हमें राजकोषीय अनुशासन के युग की ओर बढना होगा.ऐसा करके हमें भारत को इस बात के लिए तैयार करना है कि हम राजकोषीय घाटे को कम करके मुद्रास्फीति को काबू कर सकते हैं और देश की विकास दर को सुधार सकते हैं.’’