उपसभापति चुनाव में बीके हरिप्रसाद के मुकाबले हरिवंश का पलड़ा भारी, आधे से अधिक सदस्य दे सकते हैं समर्थन

नयी दिल्ली : राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए गुरुवार को होने वाले चुनाव में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश को उच्च सदन में संख्या बल के आधार पर आधे से अधिक सदस्यों का समर्थन मिलने की उम्मीद को देखते हुए विपक्ष के प्रत्याशी बीके हरिप्रसाद की तुलना में उनका पलड़ा भारी दिख रहा है. उच्च सदन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2018 7:44 PM

नयी दिल्ली : राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए गुरुवार को होने वाले चुनाव में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश को उच्च सदन में संख्या बल के आधार पर आधे से अधिक सदस्यों का समर्थन मिलने की उम्मीद को देखते हुए विपक्ष के प्रत्याशी बीके हरिप्रसाद की तुलना में उनका पलड़ा भारी दिख रहा है. उच्च सदन में सदस्यों की मौजूदा संख्या 244 है.

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भाजपा सूत्रों के मुताबिक, हरिवंश को इनमें से 126 सदस्यों का समर्थन मिलने की उम्मीद है. वहीं, कांग्रेस के सूत्रों ने हरिप्रसाद को 111 सदस्यों का समर्थन मिलने की उम्मीद जतायी है. चुनाव प्रबंधन से जुड़े भाजपा के रणनीतिकारों ने बताया कि हरिवंश को आरजेडी के 91 सदस्यों के अलावा तीन नामित सदस्य और निर्दलीय अमर सिंह का वोट मिलना तय है.

इसके अलावा, उन्हें गैर एनडीए दलों, अन्नाद्रमुक के 13, टीआरएस के छह, वाईएसआर कांग्रेस के दो और इनेलो के एक सदस्य का समर्थन मिलने का भरोसा है. इन्हें मिलाकर हरिवंश के पक्ष में पड़ने वाले मतों की संख्या 117 तक पहुंचती है. इसके साथ ही, बीजद के नौ सदस्यों के मत को भी एनडीए अपने खाते में जोड़कर चल रहा है. इसके आधार पर यह संख्या 126 तक पहुंचती है, जिसकी बदौलत एनडीए को अपने उम्मीदवार के पक्ष में आधे से अधिक मत मिलने का भरोसा है.

बीजद के सूत्रों ने हरिवंश द्वारा बुधवार को पार्टी के राज्यसभा सदस्यों से संसद भवन में मुलाकात कर अपने पक्ष में समर्थन मांगने की जानकारी देते हुए बताया कि हरिप्रसाद की ओर से अभी तक उनके सांसदों से कोई संपर्क नहीं किया गया है. संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल ने बताया कि हमारे पक्ष में संख्याबल को देखते हुए हरिवंश जी आसानी से चुनाव में विजयी होंगे. बेहतर होता, यदि उपसभापति का चयन आम सहमति से होता.

संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने आम सहमति से उम्मीदवार के चयन के लिए नेता प्रतिपक्ष के साथ विचार-विमर्श किया था, लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी. दूसरी ओर, हरिप्रसाद के पक्ष में यूपीए के घटक दलों में कांग्रेस के 61 सदस्यों के अलावा तृणमूल कांग्रेस और सपा के 13- 13 सदस्यों, टीडीपी के छह, माकपा के पांच, बसपा और द्रमुक के चार-चार सदस्यों, भाकपा के दो और जेडीएस के एक सदस्य का समर्थन मिलने की उम्मीद है. इस प्रकार यह संख्या 109 तक पहुंचती है.

तेदेपा के सदस्य वाईएस चौधरी ने कहा कि हमने कांग्रेस नेता हरिप्रसाद का समर्थन करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा, एक नामित और एक निर्दलीय सदस्य के समर्थन के भरोसे हरिप्रसाद को मिलने वाले संभावित मतों की कुल संख्या 111 तक पहुंचती है. इस बीच द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि के निधन के कारण उपसभापति पद के लिए गुरुवार को होने वाले मतदान में द्रमुक सदस्यों के शामिल होने पर संदेह है.

पीडीपी के दो सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा पहले ही कर दी है. वहीं, आप के तीन सदस्यों का भी रुख अभी स्पष्ट नहीं है. उल्लेखनीय है कि उपसभापति पद के लिए गुरुवार 11 बजे उच्च सदन में मतदान होगा.

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