नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में जारी नागरिकता विवाद परपहलीबारबयानदिया है. न्यूज एजेंसी एएनआइ को दिये इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम एनआरसी मुद्दे सहित देश के सभी ज्वलंत विषयों पर खुल कर अपनी बात कही. उन्होंने विपक्षी महागंठबंधन, रोजगार,पाकिस्तान से रिश्ते, जम्मू कश्मीर,अर्थव्यवस्था, आरक्षण, महिला हिंसा मुद्दे सहित अन्य विषयों पर भी अपनी बात रखी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम एनआरसी पर तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी के खून बहने वाली चेतावनी पर कहा कि यह बयान उनके विश्वास की कमी को दिखाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिसका खुद पर से विश्वास उठ जाता है, जिसे जनसमर्थन के नुकसान का भय होता है और जिसे अपनी संस्थाओं पर भरोसा नहीं होता है वही सिविल वार, ब्लडबाथ, देश के टुकड़े-टुकड़े जैसे शब्द का प्रयोग करता है. इससे जाहिर होता है कि वे देश की नब्ज को नहीं समझ जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम एनआरसी पर कहा कि देश के किसी नागरिक को इससे कोई परेशानी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों को नागरिकता साबित करने के सभी संभव मौके दिये जाएंगे. असम में एनआरसी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रत्येक भारतीय नागरिक का नाम इसमें होगा और लोगों को अपनी शिकायतों के समाधान का अवसर मिलेगा. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर इस मुद्दे के राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि लोगों के लिए है न कि राजनीति के लिए. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसके कारण बांग्लादेश से घुसपैठ बढ़े. उन्होंने कहा कि यह दशकों तक जारी रहा.
प्रधानमंत्री ने भारत-पाकिस्तान संबंध पर भी बोला. प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि पाकिस्तान की नयी सरकार आतंक और हिंसा से मुक्त सुरक्षित, स्थिर और समृद्ध क्षेत्र के लिए काम करेगी.
प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी-पीडीपी गठबंधन पर कहा कि मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद लोगों की आकांक्षाएं पूरी करने की दिशा में अड़चने डाली जाती रही हैं. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी ने किसी पर आक्षेप न लगाकर सत्ता से अलग होना पसंद किया.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ बन रहा महागंठबंधन ज्यादा दिन नहीं चलेगा. उन्होंने महागंठबंधन को खारिज करते हुए कहा कि यह विकास से नहीं बल्कि वंशवाद से जुड़ा है. उन्होंने महिला हिंसा पर दुख जताया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पिछले एक वर्ष के दौरान एक करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं और विपक्ष को रोजगार की कमी के बारे में दुष्प्रचार रोकना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत तेजी से विकसित हो रही प्रमुख अर्थव्यवस्था है. उन्होंने उड्डयन क्षेत्र की वृद्धि का उल्लेख किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में उड्डयन क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास हो रहा है. मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष विदेशी पर्यटकों की संख्या में 14 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई और घरेलू पर्यटन भी बढ़ा जिससे रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जातिगत आरक्षण में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आरक्षण बना रहेगा और इसे लेकर कोई शंका नहीं होनी चाहिए.
महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार व मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चुप्पी साधने के आरोपों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी और मैंने, इन विषयों पर कई मौकों पर बोला है कि हम ऐसी मानसिकता व कार्यों के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी एक भी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि समाज में शांति और एकता सुनिश्चित करने के लिए हर किसी को राजनीति से ऊपर उठना चाहिए.
प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदी ने जीएसटी से जुड़े सवालों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों को जीएसटी के खिलाफ भड़काने की पूरी कोशिश की, लेकिन लोगों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया.