संसद चलाने के दो ही तरीके टॉक करें या वाॅक, पर ब्रेक आउट न करें : वेंकैया
नयी दिल्ली : उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि संसद को चलाने के दो ही तरीके हैं – या तो आप टॉक (चर्चा) करें, या वाॅक (बाहर चला जाना) करें, लेकिन ब्रेक आउट (व्यवधान उत्पन्न करना) नहीं करें. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होगा तो लोकतंत्र खत्म हो […]
नयी दिल्ली : उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि संसद को चलाने के दो ही तरीके हैं – या तो आप टॉक (चर्चा) करें, या वाॅक (बाहर चला जाना) करें, लेकिन ब्रेक आउट (व्यवधान उत्पन्न करना) नहीं करें. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से विपक्ष को अपनी बात कहने का हक है, लेकिन अंतिम रूप से सरकार को अपने रास्ते पर चलने का हक है, क्योंकि लोकतांत्रिक तरीके से उसे ही जनता ने चुना है. वेंकैया नायडू ने शनिवार को अपने कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर यह बात कही.
उन्होंने कहा कि एक साल का उनका कार्यकाल समाज के विभिन्न पक्षों से प्रभावशाली रूप से जुड़ा रहा और उन्होंने विभिन्न तबकों पर खुद को फोकस किया, जिसमें युवा, किसान आदि शामिल हैं.
नायडू ने पिछले एक साल में देश के 29 में 28 राज्यों का दौरा किया. उन्होंने कुछ लैटीन अमरीकी देशों का दौरा भी किया.