देहरादून: पिछले साल आयी भीषण प्राकृतिक आपदा में सर्वाधिक प्रभावित हुए केदारनाथ क्षेत्र में 59 भवनों को ‘अत्यंत खतरनाक’ श्रेणी के तहत चिन्हित किया गया है और इन्हें गिराये जाने की सिफारिश की गयी है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के गत 30 मई को अपने केदारनाथ दौरे के दौरान दिये गये निर्देशों के मुताबिक रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने गत 31 मई और एक जून को सर्वेक्षण कर क्षतिग्रस्त मकानों और दुकानों सहित सभी प्रकार के भवनों का चिन्हीकरण किया.
क्षतिग्रस्त भवनों का चिन्हीकरण करने वाली टीम में शामिल उखीमठ के उपजिलाधिकारी उत्तम सिंह चौहान ने बताया कि केदारनाथ में कुल 182 भवनों को पूर्णतया या आंशिक रुप से खतरनाक पाया गया है.
उन्होंने बताया कि 59 भवनों को अत्यंत खतरनाक श्रेणी के तहत चिन्हित किया गया है और उन्हें ‘नेहरु इंस्टीट्यूट आफ माउंटेनियरिंग’ की सहायता से गिरा दिये जाने की सिफारिश की गयी है. अधिकारी ने बताया कि अन्य भवनों को खतरनाक या कम खतरनाक श्रेणियों के तहत चिन्हित किया गया है.