केरल में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की संभावना नहीं, पीएम मोदी ने बाढ़ से बेहाल कर्नाटक को मदद का ऐलान किया
नयी दिल्ली : केरल करीब 100 साल के इतिहास में सबसे भयंकर बाढ़ का सामना कर रहा है. लेकिन इस बीच मौसम विभाग ने संभावना जताया है कि केरल में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश नहीं होगी. मौसम विभाग का अनुमान है कि बारिश धीरे-धीरे कम होगी. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, आठ […]
नयी दिल्ली : केरल करीब 100 साल के इतिहास में सबसे भयंकर बाढ़ का सामना कर रहा है. लेकिन इस बीच मौसम विभाग ने संभावना जताया है कि केरल में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश नहीं होगी. मौसम विभाग का अनुमान है कि बारिश धीरे-धीरे कम होगी. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, आठ अगस्त से बारिश और भूस्खलन के कारण केरल में 197 लोग मारे गये हैं और 3.14 लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं.
दूसरी ओर बाढ़ और भूस्खलन से बेहाल कर्नाटक के कोडागू जिले से आज तक 3,500 से अधिक लोगों को बचाया जा चुका है. प्राकृतिक आपदा में यहां छह लोगों की जान जा चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में आई बाढ़ के मद्देनजर सीएम कुमारस्वामी से मेरी बात की और राज्य में राहत एवं बचाव कार्य चलाने के लिए हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, बाढ़ में फंसे लोगों के सलामती की मैं कामना करता हूं.
पीएम से पहले राष्ट्रपति ने भी बाढ़ का जायजा लिया. मुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी एक बयान में बताया गया है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केरल की सीमा से लगे, बारिश से प्रभावित राज्य के दक्षिणी जिले की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से फोन पर बातचीत की.
कुमार ने कोविंद को बताया कि जिला प्रशासन सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य चला रहा है. बयान के अनुसार, उन्होंने राष्ट्रपति को बताया कि अब तक 3,500 से अधिक लोगों को बचा लिया गया है और विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों को बचाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
शनिवार को कोडागू का हवाई सर्वेक्षण कर रहे कुमारस्वामी ने सोमवारपेट, सुन्तिकोपा, मदापुरा, मक्कोदलू, हरंगी बैकवाटर्स, सिद्धपुरा, कुशलनगर और आस-पास के क्षेत्रों का एक घंटे से अधिक समय तक जायजा लिया. उन्होंने पिरियापटना और मेडिकेरी के बीच प्रभावित इलाकों में भी स्थिति का जायजा लिया.
अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार को करीब 317 लोगों को बचाया गया और जिले में सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. मक्कनडोर एवं जिले के अन्य इलाकों के आसपास बचाव अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों को बचाया गया है उनमें दो महीने का एक शिशु भी शामिल है. उन्होंने बताया कि सभी 31 राहत शिविरों में भोजन का प्रबंध किया गया था. इस बीच चिकमंगलूर जिले के कुडुरेमुखा के निकट भूस्खलन होने की खबर है जिसके कारण क्षेत्र में सड़क संपर्क प्रभावित हुआ है.