Kerala Flood : अगले चार दिन भारी बारिश का अनुमान नहीं, केंद्र ने की मुआवजे की घोषणा
नयी दिल्ली/बेंगलुरु : बाढ़ की मार झेल रहे केरल के लिए राहत की खबर है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरएम) ने रविवारको कहा कि इस दक्षिणी राज्य में अगले चार दिन तक भारी बारिश नहीं होगी, जिससे परेशान लोगों के लिए उम्मीद की किरण जगी है. एनडीआरएम ने यह भी कहा कि राज्य के बाढ़ […]
नयी दिल्ली/बेंगलुरु : बाढ़ की मार झेल रहे केरल के लिए राहत की खबर है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरएम) ने रविवारको कहा कि इस दक्षिणी राज्य में अगले चार दिन तक भारी बारिश नहीं होगी, जिससे परेशान लोगों के लिए उम्मीद की किरण जगी है.
एनडीआरएम ने यह भी कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों से विभिन्न एजेंसियों ने 33,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है. 6.3 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं. एनडीआरएम ने मौसम विभाग के बुलेटिन के हवाले से कहा कि अगले पांच दिन में बारिश और कम होगी. इडुक्की, कुन्नूर और कोझीकोड जिलों के एक या दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है. सोमवार से अगले चार दिन भारी बारिश नहीं होने का अनुमान है. केरल के किसी भी जिले के लिए लाल या अंबर रंग की चेतावनी जारी नहीं की गयी है. तीन जिलों के लिए पीले रंग की चेतावनी जारी की गयी है.
मौसम की तीव्रता के लिए मौसम विभाग चार रंग की चेतावनी जारी करता है. लाल रंग की चेतावनी का मतलब होता है कि प्रशासन को कार्रवाई करने की जरूरत है और मौसम बेहद खराब हो सकता है. वहीं, अंबर रंग की चेतावनी का मतलब सरकार को संकट से निपटने के लिए तैयार रहने की जरूरत है. पीले रंग की चेतावनी का मतलब है कि स्थिति पर नजर रखने की जरूरत है, जबकि हरे रंग का मतलब है कि मौसम सामान्य रहेगा. केंद्र सरकार ने बाढ़ में जान गवानेवाले लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है. यह मुआवजा प्रधानमंत्री राहत कोष से दिया जायेगा.
एनडीएमए ने कहा कि 2,971 राहत शिविरों में 6,33,010 लोग रह रहे हैं. बचाव अभियान में 33,179 लोगों को बचाया गया है. इसने कहा कि अब तक 129 मैट्रिक टन चावल और 30 मैट्रिक टन दूध पाउडर (20 मैट्रिक टन इडुक्की और 10 मैट्रिक टन वायनाड) केरल भेजा गया है. तमिलनाडु चिकित्सा सेवा निगम ने प्रभावित इलाकों में जरूरी दवाइयां भेजी हैं. केरल में बाढ़ और भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की वजह से बीते 10 दिनों में कम से कम 197 लोगों की मौत हो गयी है.
इधर, कर्नाटक के कोडागू जिले में अबतक 3,500 से अधिक लोगों को बचाया जा चुका है. वहां पिछले कुछ दिनों में भारी वर्षा के बाद आयी बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में छह लोगों की मौत हो चुकी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से बातचीत की और वहां के हालात के बारे में पूछताछ की. कुमारस्वामी बारिश प्रभावित इस जिले में डेरा डाले हुए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि मोदी ने इस स्थिति का सामना करने में राज्य को पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया. प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘बचाव एवं राहत अभियानों में हरसंभव मदद दी. मैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की सुरक्षा और खैरियत की कामना करता हूं.’
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि कुमारस्वामी ने कोविंद को सूचित किया कि जिला प्रशासन सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी तरीके से चला रहा है. बयान के अनुसार, उन्होंने राष्ट्रपति को बताया कि अब तक 3,500 से अधिक लोगों को बचा लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि मक्कनडुरू और अन्य प्रभावित क्षेत्रों के आस-पास आज बचाव अभियान चलाया गया. सभी 31 राहत शिविरों के लिए भोजन और बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की गयी है. सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, नागरिक रक्षा बल, दमकल एवं आपात सेवा के तकरीबन 1000 कर्मियों को 15 अगस्त से बचाव कार्य में लगाया गया है. कुमारस्वामी ने आज दूसरे दिन भी प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने जिले के कुछ अन्य क्षेत्रों में भी जाकर हालात का जायजा लिया.