श्रीनगर : आतंकवाद प्रभावित जम्मू कश्मीर में बुधवार को बकरीद पर भी हिंसा हुई और राज्य के दो जिलों में आतंकवादियों ने गोली मारकर दो पुलिसकर्मियों एवं एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी.
पुलिस ने बताया कि आतंकवाद से बुरी तरह प्रभावित कुलगाम जिले में ईद की नमाज के बाद जब प्रशिक्षु पुलिस कांस्टेबल फयाज अहमद शाह घर लौट रहे थे तब आतंकवादियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. शाह (34) जम्मू कश्मीर पुलिस में विशेष पुलिस अधिकारी के तौर पर काम कर रहे थे और उन्हें समय से पूर्व प्रोन्नति देकर कांस्टेबल बनाया गया था. हाल में वह जम्मू के तलवारा में प्रशिक्षण हासिल कर रहे थे. शाह की मौत की खबर से उनके मूल गांव जाजरीपोरा गांव में मातम छा गया. शाह के घर पर ईद की खुशियां गम में तब्दील हो गयी. उनकी पांच और दो साल की दो नाबालिग बेटियां अचानक बड़ी संख्या में लोगों के घर पर पहुंचने और मां एवं दादी के बार-बार बेहोश हो जाने की बात समझ नहीं पा रही थीं. कुलगाम पुलिस लाइन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरमीत सिंह की अगुवाई में पुलिसकर्मियों ने शाह को श्रद्धांजलि दी. पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने शाह पर हमले को कायराना कृत्य करार दिया है.
एक अन्य विशेष पुलिस अधिकारी मोहम्मद याकूब शाह को पुलवामा जिले में गोली मार दी गयी. उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) स्वयम प्रकाश पानी की अगुवाई में पुलिसकर्मियों ने पुलवामा की जिला पुलिस लाईन में शाह को श्रद्धांजलि दी. पुलवामा भी आतंकवाद से प्रभावित है. एक अन्य घटना में कुपवाड़ा में भाजपा कार्यकर्ता शबीर अहमद भट का शव मिला है. बताया जाता है कि मंगलवारकी रात संदिग्ध आतंकवादियों ने उन्हें अगवा कर लिया था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शबीर अहमद भट के शरीर पर गोलियों के निशान हैं और उनका शव कुपवाड़ा के रख-ए-लितर में खेत से बरामद हुआ है. इस घटना पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. शाह ने कहा कि चरमपंथी घाटी के युवकों को अपना बेहतर भविष्य चुनने से नहीं रोक सकते और हिंसा चक्र ज्यादा समय तक नहीं चलेगा.