नेशनल कंटेंट सेल
पिछले दो-तीन दिन से यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. लोग इस तस्वीर को साझा कर रहे हैं. साझा करते हुए भावनात्मक पोस्ट लिख रहे हैं. हजारों बार शेयर हो चुकी इस तस्वीर की कहानी लगभग एक-सी है. कहानी यह है कि स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची जब वृद्धाश्रम पहुंची, तो उसे वहां अपनी दादी मिल गयीं. इसके बाद दादी, पोती एक-दूसरे से लिपटकर रोने लगीं. कहानी तो सच्ची है, लेकिन यह तस्वीर 11 साल पुरानी है.
इस फोटो को कल्पित एस बचेच ने ली थी. कल्पित गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाले हैं. कल्पित ने यह तस्वीर बीबीसी गुजराती को विश्व फोटोग्राफी दिवस के लिए दी थी. यहीं से यह फोटो वायरल हुई है. तस्वीर 12 सितंबर, 2007 को अहमदाबाद के एक वृद्धाश्रम में ली गयी थी. यहां के एक अंग्रेजी मीडियम स्कूल अपने 30-40 बच्चों को वृद्धाश्रम ले गया था. जैसे ही बच्चे और महिलाएं एक-दूसरे के करीब आये, वैसे ही एक औरत एक बच्ची को देखकर रोने लगी.
बाद में उस महिला ने बताया कि यह बच्ची उसकी पोती है. लड़की ने रोते हुए कहा कि मैं घर में दादी को खोज रही थी, तो मम्मी-पापा ने बताया कि दादी बाहर गांव गयी हैं. तस्वीर छपने के बाद महिला को उसका परिवार घर ले गया, लेकिन जब दो साल बाद कल्पित उस आश्रम में फिर पहुंचे, तो महिला उन्हें वहीं मिली.