सत्यपाल सिंह ने सेक्स रैकेट मामले में निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया

मुंबई : भाजपा सांसद और मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख सत्यपाल सिंह ने उपनगर अंधेरी के किराये पर दिये गये उनके फ्लैट में कथित वेश्यावृत्ति रैकेट चलने के मामले की निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया. उन्होंने इस संबंध में शहर के पुलिस आयुक्त राकेश मारिया से बात करके मामले की विस्तृत जांच कराने को कहा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2014 7:38 AM

मुंबई : भाजपा सांसद और मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख सत्यपाल सिंह ने उपनगर अंधेरी के किराये पर दिये गये उनके फ्लैट में कथित वेश्यावृत्ति रैकेट चलने के मामले की निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया. उन्होंने इस संबंध में शहर के पुलिस आयुक्त राकेश मारिया से बात करके मामले की विस्तृत जांच कराने को कहा.

सिंह ने एक बयान में कहा, यह मेरे लिए हैरानी भरा है कि मेरे द्वारा एक प्रतिष्ठित कंपनी को किराये पर दिया गया फ्लैट, जिसमें मैं कई वर्षों से गया भी नहीं, छापे के जरिये जांच के दायरे में आया है. पूर्व आइपीएस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि किरायेदार द्वारा रखरखाव के लिए रखे गये किसी व्यक्ति का गैरजिम्मेदाराना कृत्य द्वेषपूर्ण तरीके से उनके नाम और प्रतिष्ठा से जोडा गया. उनका पिछले एक दशक से इस संपत्ति पर कानूनी या भौतिक कब्जा नहीं है.

मुंबई पुलिस की सामाजिक सेवा शाखा ने शनिवार की रात अंधेरी की पाटिलीपुत्र आवासीय सोसायटी में सिंह के मालिकाना हक वाले 10वीं मंजिल के अपार्टमेंट में एक बहरुपिया ग्राहक भेजा था. वहां से देह व्यापार का धंधा संचालित होने की बात की पुष्टि होने पर पुलिस ने घर पर छापा मारा.

पुलिस ने कहा कि 20 और 22वर्ष उम्र की दो महिलाओं और वकील राजू शाह नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. राजू शाह को फर्म द्वारा फ्लैट के रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई थी और वह गिरोह का कथित सरगना है. परिसर से चार हजार रुपये भी बरामद हुए.

सिंह ने कहा, मैंने मुंबई पुलिस आयुक्त से बात की है और उनसे इस मामले में विस्तृत रुप से निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया है. मुझे इस पूरे मामले में किसी गडबडी की आशंका है. छापेमारी पर मीडिया रिपोर्ट के संदर्भ में सिंह ने आरोप लगाया, सभी तथ्यों को जानने के बावजूद, कुछ गैरजिम्मेदाराना संवाददाताओं ने खबर इस तरह से लिखी जिसका शीर्षक गुमराह करने वाला और मुझे बदनाम करने वाला है.

Next Article

Exit mobile version