राहुल के बयान पर भाजपा का तीखा हमला, हिंदुस्तान की सुपारी ले रखी है, विदेशों में कर रहे बदनाम
नयी दिल्ली : राहुल गांधी द्वारा आरएसएस की तुलना कट्टरपंथी इस्लामी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से किये जाने के बाद भाजपा ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष पर तीखा हमला बोला तो कांग्रेस ने उनका बचाव करते हुए कहा कि उसके नेता के बयान को विकृत करके नहीं देखा जाना चाहिए. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा […]
नयी दिल्ली : राहुल गांधी द्वारा आरएसएस की तुलना कट्टरपंथी इस्लामी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से किये जाने के बाद भाजपा ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष पर तीखा हमला बोला तो कांग्रेस ने उनका बचाव करते हुए कहा कि उसके नेता के बयान को विकृत करके नहीं देखा जाना चाहिए. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (जिनका हाल में निधन हुआ) जैसे लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक की पृष्ठभूमि के हैं और गांधी द्वारा लंदन में एक कार्यक्रम में संगठन की तुलना एक इस्लामी संगठन से किया जाना ‘अक्षम्य’ है.
उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी क्या आपने हिन्दुस्तान की सुपारी ली हुई है? क्या आपने भारतवर्ष की सभ्यता और संस्कृति तथा लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सुपारी ली हुई है जो विदेश जाकर अपने ही देश को बदनाम करने पर तुले हो.’ पात्रा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को इसके लिए तत्काल माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गांधी यह कैसे कह सकते हैं कि हिन्दुस्तान की सोच, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सोच, आतंकी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड की सोच है? क्या वह कहना चाहते हैं कि हिन्दुस्तान ने एक आतंकी संगठन को समर्थन दिया है और देश की जनता की सोच एक आतंकी संगठन की सोच है?
इसी मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने आज संवाददाताओं से कहा, ‘किसी भी वक्तव्य को संपूर्ण रूप में और संदर्भ के साथ देखना चाहिए. ये गलती कई लोगों ने कल भी की है और आज भी कर रहे हैं कि उन्होंने उनकी बात को संदर्भ के साथ नहीं देखा.’ उन्होंने कहा, ‘अतिवादी विचार के बारे में बात करते हुए उन्होंने उदाहरण के तौर पर कुछ कहा। वह महिलाओं को अलग-थलग रखने के संदर्भ में बात कर रहे थे.’
उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि इसमे कोई गलत बात नहीं है कि जिस तरह आरएसएस कई सारे अतिवादी रुख अपनाता है, उसी तरह दूसरे धर्मों से संबंधित कई संस्थाएं भी रूख अपनाती हैं. अगर आप एक वाक्य को ऐसे उठाकर विकृत करेंगे तो वह तो विकृत होगा ही.’ दअरसल, कांग्रेस अध्यक्ष ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना अरब जगत के इस्लामी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की और आरोप लगाया कि आरएसएस भारत के स्वभाव को ‘बदलने’ और इसकी संस्थाओं पर ‘कब्जा’ करने की कोशिश कर रहा है.