राज्यसभा के 12 सांसद अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित, शीतकालीन सत्र में नहीं ले पायेंगे हिस्सा
राज्यसभा से जिन सांसदों को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित किया गया है उनमें सीपीएम, कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के नेता शामिल हैं.
राज्यसभा के 12 सांसद को आज अनुशासनहीनता के आरोप में सदन से निलंबित कर दिया गया. इन 12 सांसदों के खिलाफ पिछले सत्र में अनुशासनहीनता का आरोप लगा था, जिसके बाद आज इनपर कार्रवाई की गयी. सभी 12 सांसद शीतकालीन सत्र में भाग नहीं ले पायेंगे.
राज्यसभा से जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें सीपीएम, कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के नेता शामिल हैं. जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनके नाम हैं- एलाराम करीम ( सीपीएम) फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, आर बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन , अखिलेश प्रसाद सिंह (कांग्रेस) बिनॉय विश्वम ( सीपीआई) डोला सेन और शांता छेत्री (टीएमसी) प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई (शिवसेना).
The 12 Rajya Sabha MPs have been suspended for indiscipline in the last session of the House.
The House has been adjourned till tomorrow, 30th November
— ANI (@ANI) November 29, 2021
गौरतलब है कि संसद के मानसून सत्र के दौरान वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जब इंश्योरेंस अमेंडमेंट बिल पेश कर रहीं थीं, तो उस वक्त विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और बिल की प्रतियां तक फाड़कर फेंक दी थी. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हुई थी और स्थिति हाथापाई तक पहुंच गयी थी. विपक्ष का यह आरोप था कि मार्शल की भेष में लोगों को बुलाकर सत्ता पक्ष के लोगों ने महिला सांसदों के साथ मारपीट की. जबकि सत्ता पक्ष ने विपक्ष के रवैये को शर्मनाक बताते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करने वाला बताया था.
If you see the CCTV footage it has been recorded how male marshals were jostling female MPs. All of this on one side & your decision on the other? What kind of unparliamentary behaviour is this?: Shiv Sena MP Priyanka Chaturvedi – one of the 12 RS MPs suspended for this session pic.twitter.com/qwkCVvUsse
— ANI (@ANI) November 29, 2021
संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित किये जाने के बाद शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक भी आरोपी की बात सुनी जाती है. उनके लिए वकील की व्यवस्था भी की जाती है. कई बार सरकारी अधिकारी भी उनका बयान दर्ज करने जाते हैं. लेकिन हमारा पक्ष नहीं सुना गया.
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि आप सीसीटीवी फुटेज देखें आपको पता चलेगा कि किस तरह पुरुष मार्शल महिला सासंदों को धकेल रहे थे. इन सारी बातों को दरकिनार कर 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. मैं यह पूछना चाहती हूं कि यह किस तरह का अलोकतांत्रिक रवैया है.