SU-30 MKI: चीन पाकिस्तान की खैर नहीं… रक्षा के क्षेत्र में भारत कई कदम और आगे बढ़ रहा हैं. अब भारत की तरफ नजर टेढ़ी करने वाले हो जाएंगे नेस्तनाबूत, क्योंकि रक्षा के क्षेत्र में भारत की ताकत में अब कई गुना इजाफा होने वाला है… दरअसल रक्षा मंत्रालय ने आज 12 सुखोई 30 MKI लड़ाकू विमान खरीदने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इस प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद अब भारतीय वायुसेना के लिए ये 12 लड़ाकू विमान खरीदे जाएंगे. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड इन विमानों को तैयार करेगा. सबसे बड़ी बात की इन विमानों मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत बनाया जाएगा. यानी इनके निर्माण में करीब 70 फीसदी सामान स्वदेशी होगा.
11000 करोड़ रुपए की परियोजना
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 11000 करोड़ रुपये की इस परियोजना में विमान और संबंधित ग्राउंड सिस्टम को शामिल किया जाएगा. रक्षा अधिकारियों ने बताया कि ये भारतीय वायुसेना के सबसे आधुनिक Su-30 MKI विमान होंगे, जो कई भारतीय हथियारों और सेंसर से लैस होंगे. विमान में लगने वाले सामानों में करीब 70 फीसदी स्वदेशी होंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये उन 12 विमानों की जगह लेंगे जो पिछले कई सालों में हादसों के कारण नष्ट हो चुके हैं. सबसे खास बात है कि यह विमान हवा से जमीन और हवा से हवा में एक साथ युद्ध कर सकता है.
भारत का अपराजेय विमान है सुखोई-30 एमकेआई जानें खूबियां
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भारतीय वायुसेना का सबसे ताकतवर विमानों में से एक है सुखोई-30 एमकेआई
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यह विमान हवा से जमीन और हवा से हवा में एक साथ युद्ध कर सकता है.
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इस विमान में दो इंजन लगे होते हैं, विमान में दो चालक के बैठने की जगह होती है.
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किसी भी तरह के हथियारों को इस विमान में लोड किया जा सकता है.
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इस विमान को ऐसा डिजाइन किया जो दुश्मनों को बड़े आराम से चकमा दे सकता है.
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सुखोई विमान 3000 किलोमीटर तक हमला कर सकता है.
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इसमें सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस को भी लॉन्च किया जा सकता है.
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इसे मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत बनाया जा रहा है.
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यह विमान काफी तेज रफ्तार के साथ कलाबाजियां खाते हुए उड़ान भर सकता है.
वायुसेना के लिए क्यों खास है सुखोई-एमकेआई
सुखोई-एमकेआई भारतीय वायुसेना का एक शक्तिशाली विमान है. भारतीय वायुसेना के पास फिलहाल 270 एसयू-30 एमकेआई फाइटर प्लेन है, जो अभी एक्टिव रूप से काम कर रहे हैं. दो इंजन और दो पायलट सीट वाला यह विमान इतना खतरनाक है कि यह 3000 किलोमीटर दूर जाकर दुश्मनों के ठिकानों को तबाह कर सकता है. अपग्रेड करने के बाद इसे अब सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस को भी लॉन्च किया जा सकता है. काफी वजन होने के बाद भी यह बेहद तेज रफ्तार से उड़ान भर सकता है.