राफेल मुद्दा : भाजपा ने राहुल को बताया घोटालों की विरासत का उत्तराधिकारी

नयी दिल्ली : भाजपा ने राफेल सौदों पर लगाये जा रहे आरोपों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि घोटालों की विरासत के उत्तराधिकारी पांच दशकों से ज्यादा का कुशासन का इतिहास भूल गये हैं और कांग्रेस पार्टी इस मामले में पूरी तरह दुष्प्रचार कर रही है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2018 6:01 PM

नयी दिल्ली : भाजपा ने राफेल सौदों पर लगाये जा रहे आरोपों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि घोटालों की विरासत के उत्तराधिकारी पांच दशकों से ज्यादा का कुशासन का इतिहास भूल गये हैं और कांग्रेस पार्टी इस मामले में पूरी तरह दुष्प्रचार कर रही है.

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि घोटालों की विरासत के उत्तराधिकारी देश की प्रगति पर पलीता लगाते-लगाते यह भी भूल गये हैं कि पांच दशकों से ज्यादा कुशासन और करप्शन का इतिहास उनकी पार्टी और परिवार के साथ चिपका हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले चार वर्षों में कांग्रेस के पांच दशकों की नाकामियों को मिटाते हुए कामयाब और मजबूत ‘न्यू इंडिया’ की नींव रखी है और इसका प्रभाव समाज के आखिरी पायदान पर खड़े कमजोर तबकों पर साफ दिखायी दे रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष को घेरते हुए नकवी ने कहा कि देश और विदेश में भारत की छवि खराब करने की सुपारी लेकर घूम रहे ‘ग्रांड ओल्ड पार्टी के ब्रांड न्यू प्रमुख’ यह भूल जाते हैं कि इन्हीं करतूतों के चलते उनकी पार्टी की जमीन पूरी तरह से खिसक गयी है.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राफेल पर राहुल गांधी के दावे झूठ पर आधारित हैं और कांग्रेस पार्टी पूरी तरह दुष्प्रचार में लगी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय जो राफेल की कीमत खरीद के लिए तय हुई थी उससे 9 फीसदी कम पर 36 राफेल विमान का सौदा हुआ है. हुसैन ने कहा ये पूरी तरह ईमानदारी का सौदा है. इसमें कोई अनियमितता नहीं है. उन्होंने कहा कि राफेल के 36 विमान के तमाम उपकरण फ्रांस से लग कर आयेंगे. कौन इसका रखरखाव करेगा, इसका कोई सवाल नहीं. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उल्टे राहुल गांधी को इस बात का जवाब देना चाहिए कि राफेल की खरीदारी में एक दशक का विलंब कांग्रेस की सरकार में क्यों हुआ.

2001 में कारगिल के युद्ध के बाद सेना की जरूरत को पूरा करने के लिए लड़ाकू विमानों की खरीद की जरूरत महसूस हुई थी, लेकिन कांग्रेस ने देश की सुरक्षा से जुड़े अहम मसले पर लापरवाही की. विमान की खरीद में देरी हुई. इतने सालों के बाद सेना की जरूरत को पूरा करने के लिए हमारी सरकार ने तत्परता दिखायी, तो कांग्रेस और राहुल गांधी उसे मिथ्या के जाल में धकेलना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी जमीन खो चुकी है और इसलिए कुछ भी आरोप लगा रही है.

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