इंदौर : स्वयंभू बाबा आसाराम के बेटे नारायण साईं की पत्नी ने भरण-पोषण खर्च की चार लाख रुपये की बकाया राशि दिलवाये जाने की गुहार के साथ शनिवार को यहां कुटुम्ब न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. आसाराम और उसका बेटा बलात्कार के विभिन्न मामलों में अलग-अलग जेलों में बंद हैं.
नारायण की इंदौर निवासी पत्नी जानकी हरपलानी (41) के वकील रोहित यादव ने संवाददाताओं को बताया कि कुटुम्ब न्यायालय की अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश रेणुका कंचन ने उनकी मुवक्किल की अर्जी पर सम्मन जारी करते हुए प्रतिवादी (नारायण) को 20 नवंबर को अदालत के सामने हाजिर रहने का आदेश दिया है.
यादव ने बताया कि दुष्कर्म के मामले में नारायण सूरत की लाजपोर जेल में बंद है. उन्होंने बताया कि कुटुम्ब न्यायालय ने 17 जनवरी को नारायण को आदेश दिया था कि वह अपनी पत्नी को हर महीने 50,000 रुपये की दर से भरण-पोषण खर्च और 1,000 रुपये का प्रकरण शुल्क प्रदान करे. लेकिन प्रतिवादी ने अदालती आदेश की कथित अवमानना करते हुए पिछले आठ महीनों में उनकी मुवक्किल को एक रुपया भी अदा नहीं किया है, जबकि वह बड़ी संपत्ति का मालिक है.
यादव ने बताया कि जानकी अपने पति नारायण से लम्बे समय से अलग रह रही हैं. उन्होंने कुटुम्ब न्यायालय में दायर मामले में अपने पति पर मानसिक प्रताड़ना और दूसरी महिलाओं से नाजायज रिश्तों के आरोप लगाये हैं.