तेलंगाना में आज विधानसभा भंग करा सकते हैं मुख्यमंत्री केसीआर, भाजपा दे चुकी है संकेत
-लोस चुनाव के साथ वोटिंग के पक्ष में नहीं हैं केसीआर हैदराबाद : तेलंगाना में समय से पहले विधानसभा चुनाव होने की अटकलें तेज हो गयी हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) रविवार को विधानसभा भंग करा सकते हैं. इसके लिए राव ने रविवार को ही कैबिनेट की बैठक बुलायी है. […]
-लोस चुनाव के साथ वोटिंग के पक्ष में नहीं हैं केसीआर
हैदराबाद : तेलंगाना में समय से पहले विधानसभा चुनाव होने की अटकलें तेज हो गयी हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) रविवार को विधानसभा भंग करा सकते हैं. इसके लिए राव ने रविवार को ही कैबिनेट की बैठक बुलायी है. यह बैठक हैदराबाद की रैली से ठीक दो घंटे पहले बुलायी गयी है.
तेलंगाना में पहली विधानसभा के लिए मई, 2014 में चुनाव हुए थे. राव का कार्यकाल मई, 2019 में पूरा हो रहा है. ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि राव लोकसभा चुनाव के साथ राज्य के विधानसभा चुनाव के पक्ष में नहीं हैं. चर्चा है कि राव नवंबर से दिसंबर के बीच में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम चुनाव के साथ ही तेलंगाना में भी चुनाव कराना चाहते हैं. राज्य के आइटी मंत्री केटी रामाराव ने कहा कि शुक्रवार को हुई पार्टी की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई है. समय से पूर्व चुनाव कराये जाने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई है. जैसा कि मैंने कहा कि फिलहाल इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है.
ऐसे में अगर कोई फैसला होगा, तो आपको पता चलेगा. कहा कि रविवार को कैबिनेट बैठक के बाद एक महत्वपूर्ण एलान किया जायेगा, जिससे पूरे राज्य का राजनीतिक माहौल बदल जायेगा.
भाजपा दे चुकी है संकेत
भाजपा भी लोकसभा चुनाव के लिए केसीआर के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन पर उत्सुक है और वह समय से पहले चुनाव कराये जाने के अनुरोध को ठुकराने के मूड में नहीं है. अगर केसीआर भाजपा के साथ गठबंधन कर विधानसभा और लोकसभा दोनों ही चुनावों में जनता के बीच जाते हैं, तो वह उस समय सामने आने वाली समस्याओं से अवगत है, जिनका उन्हें सामना करना पड़ सकता है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में अपने पार्टी नेताओं से तेलंगाना में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत तक होने की बात कही थी.
विपक्ष की सक्रियता से डर गये राव : कांग्रेस
समय पूर्व चुनाव कराने के मुद्दे पर कांग्रेस का कहना है कि विपक्षी पार्टियां एक साथ आ रही हैं. विपक्ष की बढ़ती सक्रियता के कारण टीआरएस को अगले चुनाव में हारने का डर है. इसके चलते राव राज्य में जल्दी चुनाव कराना चाहते हैं. इधर, केसीआर की बेटी के कविता ने कहा कि राज्य में विपक्ष ही नहीं है. यहां दूसरी पार्टियां विपक्ष का दर्जा हासिल करने से काफी पीछे हैं. हम अपने काम को लेकर आश्वस्त हैं. हम इसका रिपोर्ट कार्ड जल्द ही जनता के सामने पेश करेंगे.