तिरुवनंतपुरम: केरल सरकार ने कहा है कि मौसम विभाग ने अगस्त में बहुत ही ज्यादा वर्षा होने की भविष्यवाणी नहीं की थी. उसने कांग्रेस एवं भाजपा के इस आरोप को नकार दिया कि राज्य को तबाह करने वाली बाढ़ की मुख्य वजह बांधों से छोड़ा गया पानी था.
जल संसाधन मंत्री मैथ्यू टी थॉमस और विद्युत मंत्री एमएम मणि ने शुक्रवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य में नौ और 15 अगस्त के बीच जो भीषण वर्षा हुई, वही बाढ़ की वजह थी.
थॉमस ने कहा, ‘लेकिन सरकार आइएमडी पर दोषारोपण नहीं कर रही है. शायद उन्हें भी अनुमान नहीं रहा हो कि इस दौरान भारी वर्षा होगी.’ वह विपक्ष के इस आरोप का जवाब दे रहे थे कि राज्य भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) की भयंकर मौसम चेतावनी को ध्यान में रखकर एहतियात नहीं बरत पाया.
केंद्र ने मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन द्वारा 30 अगस्त को विधानसभा में दिये गये इस बयान का तीन सितंबर को खंडन किया था कि आइएमडी के मौसम पूर्वानुमान में खामी रही.
दोनों मंत्रियों ने आरोप लगाया कि विपक्ष इस आपदा का औजार की तरह इस्तेमाल कर माकपा की अगुवाई वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार की छवि खराब करने का प्रयास कर रहा है.
बांधों के द्वारों को खोलने से जुड़ी स्थितियों की कांग्रेस नीत यूडीएफ विपक्ष द्वारा की गयी न्यायिक जांच की मांग को खारिज करते हुए मणि ने कहा कि यह मांग राजनीति से प्रेरित है. यूडीएफ का आरोप है कि बांधों को खोलने से बाढ़ आयी.