श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में आतंकियों आैर सुरक्षा बलों के साथ गुरुवार को हुई मुठभेड़ में जहांचार आतंकवादी मारे गये,वहीं एक डीएसपी समेत नौ जवान घायल हो गये.
पहली घटना बारामूला जिले के सोपोर इलाके में हुई. गुरुवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये. पुलिस ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने सोपोर नगर में आरमपोरा इलाके के चिंकीपोरा में गुरुवार सुबह घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलायीं, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गयी. सेना के एक अधिकारी ने बताया, ‘चिंकीपोरा के अभियान में दो आतंकवादी मारे गये. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ जारी है.
वहीं, दूसरी घटना रियासी जिले में घटी. यहां गुरुवार को मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के दो आतंकवादी मारे गये और ढक डीएसपी समेत आठ सुरक्षाकर्मी घायल हो गये. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि तीसरे आतंकवादी के साथ मुठभेड़ जारी है. एक दिन पहले ही उन लोगों ने यहां पुलिस के एक दल पर गोलियां चलायी थीं और फिर फरार हो गये थे. अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने जिले के ककरियाल इलाके में एक घर के नजदीक पहुंच गये और आतंकवादियों को घेर लिया. इसके बाद वहां मुठभेड़ शुरू हो गयी. सुरक्षा बलों में सीआरपीएफ, पुलिस और सेना के जवान भी शामिल थे.
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने जेईएम के तीन आतंकवादियों का पता लगाने के लिए बुधवार को अभियान शुरू किया था जिसमें ड्रोन और हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली गयी. इन आतंकवादियों की उम्र 18 से 22 साल के बीच है. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये और पुलिस उपाधीक्षक मोहन लाल सहित आठ सुरक्षाकर्मी घायल हो गये. घायलों में पांच सीआरपीएफ के जवान हैं, जबकि तीन पुलिसकर्मी हैं. घायलों को कटरा के नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने बुधवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा बलों पर गोलियां चलायी थी. इसके बाद आतंकवादियों को पकड़ने के लिए जम्मू और रियासी जिले के झज्जर कोटली वन क्षेत्र में अभियान शुरू किया गया. घटना के बाद आतंकवादी ककरियाल के जंगलों में भाग गये.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान एक ग्रामीण ने सुरक्षा बलों को बताया कि तीन आतंकवादियों ने कपड़े और खाना लिया और फिर बुधवार की रात उनके घर से चले गये. ग्रामीण ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि वे लोग उनके घर में रात करीब आठ बजे आये और कपड़े और खाना मांगा. उन लोगों ने बिस्कुट खाया और पानी पी तथा रात में ही नौ बजकर करीब 10 मिनट पर चले गये. ग्रामीण ने कहा कि आतंकवादियों ने एक वाहन की मांग की, लेकिन ‘हमने कहा कि हमारे पास कोई गाड़ी नहीं है.’ आतंकवादियों ने उनसे अपने मोबाइल फोन बंद कर देने को कहा था.
अधिकारी के अनुसार, आतंकवादियों के वहां से जाने के तुरंत बाद परिवार ने पुलिस को इसकी सूचना दी. उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ, पुलिस और सेना तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान इलाके की छानबीन कर रही है. अतिरिक्त नाके बनाये गये हैं और वाहनों की जांच की जा रही है. यात्रियों की भी तलाशी ली जा रही है. नगरोता और झज्जर कोटली के बीच राजमार्ग पर यातायात को रोक दिया गया है और उस इलाके के स्कूलों को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया.