ग्वालियर : पुलिस ने सीवेज और सड़कों की खराब स्थिति की समस्या को लेकर अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले एक पार्षद के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे लगभग 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ पार्षद की शिकायत पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर ने गुरुवार को बताया कि पार्षद की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मंगलवार को मामला दर्ज किया गया. इसके दूसरे दिन सवर्णों ने इस पर विरोध दर्ज कराया. मामला तूल पकड़ने पर थाटीपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया है. हालांकि, राठौर ने इसके कारणों का खुलासा करने से इनकार कर दिया.
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार की रात विवाद उस समय शुरू हुआ, जब बारिश के बाद शहर के वार्ड संख्या-21 में नाला बंद होने और सड़क पर गड्ढे होने के कारण नेत्रपाल सिंह नामक एक व्यक्ति गड्ढे में गिर गया. उन्होंने बताया कि इसके बाद स्थानीय लोग नेत्रपाल के साथ क्षेत्र की सीवेज और दयनीय सड़कों से संबंधित समस्या को लेकर वार्ड के पार्षद चतुर्भुज धनोलिया (40) के घर के बाहर पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया. इसी दौरान पार्षद ने पुलिस थाने पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी और आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में घुसने का प्रयास किया और परिवार के लोगों को जातिसूचक गालियां दीं.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पार्षद धनोलिया की शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और नेत्रपाल को हिरासत में लेकर पार्षद के घर के बाहर जमा हुए लगभग 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. उन्होंने बताया कि नेत्रपाल के बयान दर्ज करने के बाद उसे छोड़ दिया गया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राठौर ने बताया कि इसके बाद वार्ड-21 के स्थानीय और सवर्ण जाति के लोग बुधवार को पुलिस थाने के बाहर एकत्र हो गये.
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पार्षद की झूठी शिकायत पर बेकसूर लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उन्होंने मामले की उचित स्तर पर जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि इस बीच, नेत्रपाल की मां की शिकायत पर पुलिस ने पार्षद धनोलिया के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज कराया है. राठौर ने बताया कि पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है.