शर्मनाक! हरियाणा के रेवाड़ी में छात्रा के बाद अब विधवा के साथ गैंगरेप
चंडीगढ़ : रेवाड़ी में एक छात्रा से सामूहिक बलात्कार की वारदात के कुछ ही दिन बाद जिले की एक और महिला ने सोमवार को आरोप लगाया कि दो लोगों ने जींद जिले में उसका अपहरण करके खेत में ले जाकर उसके साथ जबरदस्ती की. जींद पुलिस ने महिला की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 18, 2018 8:35 AM
चंडीगढ़ : रेवाड़ी में एक छात्रा से सामूहिक बलात्कार की वारदात के कुछ ही दिन बाद जिले की एक और महिला ने सोमवार को आरोप लगाया कि दो लोगों ने जींद जिले में उसका अपहरण करके खेत में ले जाकर उसके साथ जबरदस्ती की. जींद पुलिस ने महिला की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है. फरियादी महिला विधवा है. जींद के जुलाना में पीड़ित महिला पुलिस के पास पहुंची और सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया.
इधर , छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार में कथित तौर पर शामिल दो फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हरियाणा पुलिस की कई टीमें लगा दी गयी हैं. सोमवार को जिले के नए पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने यह जानकारी दी. रविवार को राजेश दुग्गल के तबादले के बाद रेवाड़ी के नए एसपी के तौर पर पदभार संभालने वाले राहुल शर्मा ने कहा, ‘‘फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है.’
विपक्षी पार्टियों ने रेवाड़ी सामूहिक बलात्कार कांड को लेकर राज्य सरकार पर हमला तेज कर दिया है. उनका आरोप है कि ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है और कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा चुकी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए.’ हरियाणा से कांग्रेस के विधायक सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हरियाणा सरकार कर क्या रही है? ऐसा लगता है कि कानून का कोई शासन नहीं है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं….यह चिंता की बात है कि हरियाणा जैसा छोटा राज्य सामूहिक बलात्कार के मामलों में देश में आगे है.’
पुलिस ने बताया कि रेवाड़ी की 19 साल की एक युवती को बीते बुधवार को कोचिंग क्लास जाते वक्त कथित तौर पर अगवा कर लिया गया था, कोई नशीली चीज खिला दी गयी थी और फिर एक खेत में एक ट्यूबवेल से सटे कमरे में उससे सामूहिक बलात्कार किया गया था. संगठित अपराधों एवं गिरोहों से निपटने के लिए गठित पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के काम में लगाया गया है.
इस बीच, रेवाड़ी के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पीड़िता की सुरक्षा और उसकी सेहत प्रमुख चिंताएं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आरोपियों को गिरफ्तार करना एक अन्य चिंता है. बहरहाल, मामले का अंत आरोपियों की गिरफ्तारी से नहीं होगा, बल्कि उन्हें दोषी ठहरा दिए जाने के बाद ही होगा. इसलिए साक्ष्य इकट्ठा करना और उनकी दोषसिद्धि सुनिश्चित करना अगला कदम होगा.’ रेवाड़ी सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता की स्थिति स्थिर है. अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, ‘‘वह खाना खा रही है. उसकी हालत स्थिर है और उसकी सेहत में सुधार दिख रहा है.’
पुलिस ने रविवार को मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. सोमवार को उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. एक थलसेना के जवान सहित दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है. इस मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की अगुवाई कर रही मेवात की एसपी नाज़नीन भसीन ने मुख्य आरोपी की पहचान निशू नाम के शख्स के तौर पर की. एसआईटी ने अन्य गिरफ्तार लोगों की पहचान डॉ. संजीव और दीनदयाल के तौर पर की.