गोवा में नेतृत्व बदलाव को भाजपा ने किया खारिज, कहा – कांग्रेस सुर्खियों में आने की कोशिश कर रही
पणजी : गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की खराब तबीयत की वजह से राज्य में भाजपा नीत सरकार के नेतृत्व में किसी बदलाव से इनकार करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सरकार बनाने का दावा पेश करके पार्टी सुर्खियों में आने की कोशिश कर रही है क्योंकि […]
पणजी : गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की खराब तबीयत की वजह से राज्य में भाजपा नीत सरकार के नेतृत्व में किसी बदलाव से इनकार करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सरकार बनाने का दावा पेश करके पार्टी सुर्खियों में आने की कोशिश कर रही है क्योंकि उसके पास जरूरी संख्या बल नहीं है.
भाजपा नेता ने कहा कि सरकार बहुत अच्छे से काम कर रही है और गठबंधन के साझेदार दृढ़ता से पर्रिकर का समर्थन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है. कांग्रेस के 16 विधायक हैं और तटीय राज्य में वह सबसे बड़ी पार्टी है. उसने सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए कहा है कि 40 सदस्यीय विधानसभा में उसके पास 21 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. राणे ने यहां पत्रकारों से कहा, कांग्रेस के पास संख्या बल नहीं है. अगर उनके पास 21 विधायकों का समर्थन है तो राज्यपाल के सामने उनकी परेड करानी चाहिए. विपक्षी पार्टी केवल सुर्खियों में आने की कोशिश कर रही है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता लगातार भाजपा विधायकों को फोन करके समर्थन मांग रहे हैं.
राज्य में मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, नेतृत्व बदलने का सवाल कहां है? हमारे पास अपना मुख्यमंत्री है. उनका इलाज चल रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनको बदला जाये. भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सप्ताहांत में राज्य के दौरे के बारे में राणे ने कहा, पार्टी नेताओं ने बैठक के दौरान कभी भी नेतृत्व बदलाव के बारे में नहीं सोचा. उन्होंने कहा कि अगर नेतृत्व में बदलाव का सवाल आता है तो केंद्रीय नेता स्थानीय भाजपा इकाई और गठबंधन साझेदारों से सलाह मशविरे से फैसला करेंगे. उन्होंने कहा, अभी गोवा में नेतृत्व बदलाव का वक्त नहीं है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के तीन पर्यवेक्षकों बीएल संतोष, रामलाल और विजय पुराणिक को रविवार को स्थानीय नेताओं और गठबंधन साझेदारों से मिलने के लिए भेजा था ताकि वे मौजूदा राजनीतिक स्थिति की समीक्षा कर सकें. राणे ने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया कि पर्रिकर की गैर मौजूदगी में शासन ठहर सा गया है. भाजपा की विधानसभा में 14 सीटें हैं, जबकि जीएफपी और एमजीपी के तीन-तीन विधायक हैं और राकांपा का एक विधायक है. तीन निर्दलीय विधायक भी हैं.