पोंटी चड्ढा मामला: पुलिस ने तीसरा आरोपपत्र दायर किया
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा और उसके भाई के मारे जाने के सिलसिले में आज तीसरा आरोपपत्र दायर किया और नौ व्यक्तियों की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया. इन नौ लोगों में से सात मुख्य आरोपी उत्तराखंड के अल्पसंख्यक आयोग के बर्खास्त प्रमुख एस एस नामधारी के प्रति […]
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा और उसके भाई के मारे जाने के सिलसिले में आज तीसरा आरोपपत्र दायर किया और नौ व्यक्तियों की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया. इन नौ लोगों में से सात मुख्य आरोपी उत्तराखंड के अल्पसंख्यक आयोग के बर्खास्त प्रमुख एस एस नामधारी के प्रति निष्ठा रखने वाले लोग है.
यह आरोपपत्र उन लोगों के खिलाफ दायर किया गया जो जांच के दौरान फरार हो गए थे और गैर जमानती वारंट जारी होने पर उन्होंने आत्मसमर्पण किया. आरोपपत्र में नामधारी के समर्थकों-सतनाम सिंह, बाल्कर सिंह, बाज सिंह, परगट सिंह, कुलबीर सिंह, बख्शीश सिंह और हरदयाल सिंह पर 17 नवंबर, 2012 को पोंटी के भाई से फार्महाउस जबर्दस्ती अपने कब्जे में लेने का आरोप लगाया है. उस दिन गोलीबारी में पोंटी और उसके भाई हरदीप मारे गए थे.
मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राजकुमार त्रिपाठी की अदालत में दायर अपने आरोपपत्र में दिल्ली पुलिस ने कहा है, ‘‘इन सातों ने घटना का स्थल फार्महाउस नंबर, 42 छत्तरपुर बताया और कहा कि यह वही स्थान है जहां वे 17 नवंबर, 2012 को आपराधिक साजिश के तहत पोंटी के मैनेजर के साथ 15-20 सहयोगियों के साथ घातक हथियार लेकर गए थे. ’’ दिल्ली पुलिस ने आरोपपत्र में कहा है कि ये सातों दिल्ली के छत्तरपुर स्थित फार्महाउस नंबर 42 डीएलएफ का ताला तोड़कर उसमें घुस गए और उन्होंने कर्मचारियों से मोबाइल फोन छीनकर उन्हें भगा दिया.
दिल्ली पुलिस ने कहा, ‘‘अतएव इन सभी सातों आरोपियों ने साजिशस्थल का भी इशारा किया.’’ जांच एजेंसी ने पोंटी के भाई राजेंदर चड्ढा के निजी सुरक्षा गार्ड प्रेमवीर और इंदरपाल के नाम भी आरोपी के रुप में लिए हैं और कहा कि उन्होंने शिकायतकर्ता और पोंटी के आदमी नंदलाल को अगवा कर लिया तथा उसे अवैध रुप से अपनी हिरासत में रखा.
उसने यह भी कहा कि उस दिन घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज में ये सभी नौ लोग नजर आ रहे हैं. उन्होंने पोंटी और नामधारी की साजिश में सक्रियता से हिस्सा लिया.
पुलिस ने इससे पहले पोंटी, नामधारी और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी सचिन त्यागी पर हत्या और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. इस मामले में अबतक 22 लोग आरोपी बनाये जा चुके हैं.