राफेल सौदा : भाजपा-कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज, सरकार ने किया स्थिति स्पष्ट
नयी दिल्ली : राफेल सौदे को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान पर देश में सियासी भूचाल आ गया है. इस मुद्दे को लेकर अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. शनिवार को राफेल डील मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच एक के […]
नयी दिल्ली : राफेल सौदे को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान पर देश में सियासी भूचाल आ गया है. इस मुद्दे को लेकर अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. शनिवार को राफेल डील मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच एक के बाद एक प्रेस कांन्फ्रेंस किये गये और जमकर वार-पलटवार किया गया. इस बीच सरकार ने राफेल पर अपनी स्थिति स्पष्ट की और कहा, राफेल समझौते के लिए रिलायंस डिफेंस का चयन करने में उसकी ‘कोई भूमिका’ नहीं थी.
सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांन्फ्रेंस किया और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया. राहुल गांधी ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान पर पीएम मोदी से सफाई देने को कहा. उन्होंने कहा, इस मामले प्रधानमंत्री सफाई दें और खुद को पाकसाफ साबित करें क्योंकि यह प्रधानमंत्री पद की गरिमा और देश के जवानों के भविष्य का सवाल है.
राहुल गांधी ने राफेल मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग दोहराते हुए यह भी कहा कि यह ‘स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार का मामला’ है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने भारत के प्रधानमंत्री के बारे में एक बयान दिया है. अब प्रधानमंत्री ओलांद का बयान स्वीकार करें या फिर कहें कि ओलांद जो कह रहे हैं वह सही नहीं है, बल्कि सच्चाई यह है.
इधर राहुल गांधी के प्रेस कांन्फ्रेंस के तुरंत बाद भाजपा की ओर से पलटवार किया गया. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांन्फ्रेंस में राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस को ‘भ्रष्टाचार की जननी’ करार दिया और आरोप लगाया कि संप्रग शासन के दौरान बाहरी कारणों से राफेल सौदे को अंतिम नहीं देने का दबाव था.
इसने कहा कि रिलायंस तथा दसाल्ट ने 2012 में ही एक समझौता किया था और तब संप्रग सत्ता में था. भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वैसे शब्दों का इस्तेमाल आजाद भारत में आज तक किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि बिना किसी गुण और काबिलियत के, सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार के कारण कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल गांधी से कोई और उम्मीद की भी नहीं जा सकती है. गांधी..नेहरू परिवार पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि एक ऐसा व्यक्ति जो भ्रष्टाचार, जमीन और शेयर की लूट में अपनी माता के साथ जमानत पर बाहर हो, एक ऐसा व्यक्ति जो अपने बहनोई द्वारा जमीन लूटने पर खामोश रहे और एक ऐसा व्यक्ति जिसके पूरे परिवार ने बोफोर्स में घूस ली हो, उससे देश कोई अपेक्षा नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के लोकप्रिय और प्रामाणिक नेता तथा ईमानदारी के प्रतीक प्रधानमंत्री मोदी को चोर कहा है.
प्रसाद के प्रेस कांन्फ्रेंस के तुरंत बाद कांग्रेस की ओर से एक बार फिर प्रेस वार्ता किया गया. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के हमले पर पलटवार करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि प्रसाद ने वायुसेना की क्षमता एवं विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किया है जो ‘राष्ट्रविरोधी’ काम है.
यह भी कहा कि अगर 2012 में दसाल्ट और रिलायंस के बीच समझौते का कोई कागज है तो उसे मोदी सरकार तत्काल सार्वजनिक करे. उन्होंने कहा, ‘चाटुकारिता, अंधभक्ति और अहंकार से भरे कानून मंत्री का चेहरा अक्सर तमतमाया रहता है. जब कानून मंत्री ही गैरकानूनी बात करे, तर्कहीन बात करेंगे तो भाजपा यह भूल न जाए कि देश की जनता देख रही है.
सुरजेवाला ने कहा, ‘ राहुल गांधी के सवालों पर सरकार ने चुप्पी साध ली। सिर्फ चिड़चिड़ाकर हमारी कमियां गिना रही है. एक झूठ छिपाने के लिए भाजपा सरकार को 100 झूठ बोलने पड़ रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कानून मंत्री और रक्षा मंत्रालय ने यह कहा कि फरवरी 2012 में ही दसाल्ट और मुकेश अंबानी की रिलायंस के बीच समझौता हुआ था. उनका यह दावा पूरी तरह बकवास है. न ऐसा कोई कांट्रैक्ट हुआ और न ही ऐसा कोई समझौता हुआ. हम चुनौती देते हैं कि अगर ऐसा कोई समझौता हुआ है तो वह कागज सार्वजनिक करें.