माओवादियों ने टीडीपी के विधायक व पूर्व विधायक को AK-47 ने भूना
अमरावती : आंध्र प्रदेश में विगत कुछ वर्षों में किये गये पहले सबसे बड़े हमले में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के उग्रवादियों ने रविवार को विशाखापत्तनम जिले के अराकु इलाके में सत्तारूढ़ टीडीपी के एक वर्तमान विधायक और एक पूर्व विधायक की गोली मारकर हत्या कर दी. उन्होंने कहा कि यह घटना दंबरीगुडा मंडल में लिप्पिटीपुत्ता […]
अमरावती : आंध्र प्रदेश में विगत कुछ वर्षों में किये गये पहले सबसे बड़े हमले में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के उग्रवादियों ने रविवार को विशाखापत्तनम जिले के अराकु इलाके में सत्तारूढ़ टीडीपी के एक वर्तमान विधायक और एक पूर्व विधायक की गोली मारकर हत्या कर दी.
उन्होंने कहा कि यह घटना दंबरीगुडा मंडल में लिप्पिटीपुत्ता गांव में उस वक्त हुई जब अराकु (एसटी) सीट से विधायक किदारी सर्वेश्वर राव और पूर्व विधायक सिवेरी सोमा ‘ग्राम दर्शिनी’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने गये थे. सर्वेश्वर राव वाईएसआर कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर 2014 में चुनाव जीते थे, लेकिन बाद में वह टीडीपी में शामिल हो गये थे. विशाखापत्तनम क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक सी श्रीकांत ने कहा, ग्रामीणों के साथ माओवादियों का एक समूह आया और उसने विधायक की कार रोक दी. जैसे ही विधायक के निजी सुरक्षा अधिकारी और पूर्व विधायक नीचे उतरे उन्होंने उनसे एके-47 राइफल छीन ली और सर्वेश्वर राव और सोमा की गोली मारकर हत्या कर दी.
उन्होंने कहा कि हमले में शामिल माओवादियों की ठीक-ठीक संख्या का पता नहीं चल पाया है और विधायक की हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है. पुलिस सूत्रों को हालांकि संदेह है कि माओवादी आंध्र-ओड़िशा सीमा समिति के सचिव रामकृष्ण के नेतृत्व में तकरीबन 50 से 60 माओवादी इस हमले में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर विधायक के साथ कुछ समय के लिए बातचीत की और उसके बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी.
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू फिलहाल न्यू यॉर्क में हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने विशाखापत्तनम के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से बातचीत की और घटना का ब्योरा मांगा. बयान में कहा गया है कि उप मुख्यमंत्री (गृह) एन चिना राजप्पा और डीजीपी (प्रभारी) हरीश कुमार गुप्ता घटनास्थल के लिए रवाना हो गये हैं.