सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं को मिलेगी एंट्री, बोलीं मेनका- धर्म किसी एक लिंग की संपत्ति नहीं
नयी दिल्ली : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सबरीमाला मंदिर से जुड़े उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे हिंदू धर्म के और समावेशी होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है. मेनका ने संवाददाताओं में कहा, ‘‘यह बेहतरीन फैसला है. इससे हिंदू धर्म के और समावेशी […]
नयी दिल्ली : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सबरीमाला मंदिर से जुड़े उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे हिंदू धर्म के और समावेशी होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है. मेनका ने संवाददाताओं में कहा, ‘‘यह बेहतरीन फैसला है. इससे हिंदू धर्म के और समावेशी होने की दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता खुला है. धर्म किसी एक जाति और एक लिंग की संपत्ति नहीं है.”
न्यायालय ने शुक्रवार को अपने फैसले में केरल के सबरीमाला स्थित अय्यप्पा स्वामी मंदिर में सभी आयु-वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दे दी. प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने 4:1 के बहुमत के फैसले में कहा कि केरल के सबरीमाला मंदिर में रजस्वला आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लैंगिक भेदभाव है और यह परिपाटी हिन्दू महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करती है.