नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने भीमा-कोरेगांव हिंसा प्रकरण के सिलसिले में पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के मामले में हस्तक्षेप करने से शुक्रवार को इंनकार करने के साथ ही इन गिरफ्तारियों की जांच के लिये विशेष जांच दल गठित करने का आग्रह भी ठुकरा दिया है. यहां बता दें कि महाराष्ट्र पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं को पिछले महीने गिरफ्तार किया था परंतु शीर्ष अदालत के अंतरिम आदेश पर उन्हें घरों में नजरबंद रखा गया था. कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर करारा प्रहार करते हुए निर्लज्ज तक कह डाला. कोर्ट की टिप्पणी का उल्लेख करते हुए पात्रा ने कहा कि आज यदि कोई एक्सपोज हुआ है तो वह है कांग्रेस पार्टी. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना कि गिरफ्तारी राजनैतिक नहीं है जिससे कांग्रेस का पर्दाफाश हो गया है.
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संबित पात्रा ने कहा कि आज उजागर होने वाले अर्बन नक्सल पहले भी कह चुके हैं कि उन्हें वित्तीय और कानूनी सहायता कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलती रही है. आज यह साफ हो चुका है कि कांग्रेस और नक्सलियों की आपस में सांठ-गांठ है. कोरेगांव-भीमा हिंसा में शामिल लोगों की तारीफ करने वाले राहुल गांधी का सिर आज शर्म से झुक जाना चाहिए. कोर्ट ने सबूतों को माना है. राहुल गांधी की राजनीति राष्ट्र विरोधी है. मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ क्यों की जा रही है.
आगे पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी निर्लज्ज हैं. राहुल को शर्म से डूब जाना चाहिए. राहुल गांधी हमेशा उन लोगों के साथ खड़ें रहते हैं जो देश को तोड़ने की बात करते हैं.
पात्रा ने कहा कि गौतम नवलाखा, जो कश्मीर में रेफेरेंडम चाहता है, कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग नहीं मानता है उसके साथ राहुल गांधी खड़े थे. सर्जिकल स्ट्राइक के समय राहुल देश की सेना के साथ शौर्यता और साहस के साथ नहीं बल्कि खून की दलाली से जोड़कर देखने का दुस्साहस किया था और आज आप अरबन नक्सल के साथ खड़े है. उन्होंने कहास कि राहुल जी आप राष्ट्र द्रोहियों के साथ बार-बार क्यों खड़े नज़र आते है. आप राष्ट्र प्रेमियों के साथ क्यों नहीं खड़े होते है?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस का एक ही नारा है – मोदी को हटाना है, अब चाहे पाकिस्तान हटा दे या माओवादी हटा दें लेकिन देश की जनता राष्ट्र सुरक्षा और मोदी जी के साथ है. इधर , भीमा कोरेगांव केस में एक्टिविस्टों पर आये फैसले के बारे में महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फणनवीस ने कहा कि वे चाहते थे कि देश में गृह युद्ध छिड़ जाए. वे नक्सलियों का बचाव करते थे और पीएम मोदी को मारना चाहते थे. अब सबकुछ सामने आ गया है.