ED ने स्टर्लिंग बायोटेक मामले में पूरक आरोपपत्र दायर किया
नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को गुजरात स्थित स्टर्लिंग बायोटेक के 5,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में एक व्यक्ति के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दायर किया. उस व्यक्ति को कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के सरकारी आवास पर कथित तौर पर 25 लाख रूपये नकद भेजने के आरोप में गिरफ्तार […]
नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को गुजरात स्थित स्टर्लिंग बायोटेक के 5,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में एक व्यक्ति के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दायर किया. उस व्यक्ति को कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के सरकारी आवास पर कथित तौर पर 25 लाख रूपये नकद भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
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अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने आरोपी रंजीत मलिक उर्फ जॉनी के खिलाफ तीन अक्टूबर करे पेशी वारंट जारी किया. एजेंसी ने मलिक को राकेश चंद्र नामक एक आदमी के जरिये नेता के राष्ट्रीय राजधानी स्थित आवास पर कथित रूप से पैसे भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया है. अदालत ने ईडी के विशेष लोक अभियोजक नीतेश राणा द्वारा दायर आरोपपत्र को विचार के लिए तीन अक्टूबर के लिए सूचीबद्ध किया.
इससे पहले, अदालत ने फार्मा कंपनी के निदेशकों के खिलाफ बिना निर्धारित अवधि वाला गैर-जमानती वारंट जारी किया था. इन लोगों में चेतन जयंतीलाल संदेसरा और नितिन जयंतीलाल संदेसरा शामिल हैं. आरोपपत्र धनशोधन निवारण कानून के प्रावधानों के तहत दायर किया गया है. इस तरह के गैर-जमानती वारंट में कार्यान्वयन के लिए कोई तय समय सीमा नहीं होती.
वकील एआर आदित्य के माध्यम से दायर आरोपपत्र में दिल्ली के कारोबारी गगन धवन का भी नाम शामिल किया गया है. धवन को इस मामले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. मलिक अभी न्यायिक हिरासत में है, वहीं धवन जमानत पर है.