नयी दिल्ली : ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ अवॉर्ड से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि पीएम मोदी ने स्वीकार किया कि जयवायु परिर्वतन से हमें सीधे तौर पर खतरा है. वह जानते हैं कि इस आपदा से बचने के लिए हमें किस चीज की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि ग्रीन इकॉनमी का आने वाले दशक में बड़ा योगदान होगा. पीएम मोदी ने पर्यावरण के क्षेत्र में जिस नेतृत्व का प्रदर्शन किया है, दुनिया में उसकी कमी नजर आती है.
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.@UN Secy. Gen @antonioguterres presents #ChampionsOfTheEarth award, @UN’s highest environmental honour, to PM @narendramodi for his pioneering work in championing the #InternationalSolarAlliance and promoting new areas of levels of cooperation on environmental action pic.twitter.com/9bSg4hKxpT
— PIB India (@PIB_India) October 3, 2018
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संयुक्त राष्ट्र महासचिव के हाथों पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिए ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ प्राप्त करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के मछुआरों के लिए सम्मान है जो जमीन और समंदर से उतना ही लेने कर काम करते हैं, जितनी जरूरत होती है. भारत के लिए यह दोहरे सम्मान का अवसर है क्योंकि कोच्चि एयरपोर्ट को भी एक अवॉर्ड प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति भारत की संवेदना को आज विश्व स्वीकार कर रहा है.
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पीएम मोदी को इस सम्मान से नवाजे जाने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आज भारत के लिए बहुत बड़े गौरव का दिन है. आज भारत प्रधानमंत्री को पर्यावरण के क्षेत्र में नेतृत्व देने के लिए ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. उन्होंने कहा कि पृथ्वी हमारे लिए मात्र ग्रह नहीं है, बल्कि यह हमारे लिए मां है. भारत में जब भवन का निर्माण किया जाता हैं तो सबसे पहले भूमि-पूजन किया जाता है.
इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली स्थित प्रवासी भारतीय केंद्र में किया गया था जहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सहित मोदी मंत्रिमंडल के तमाम सदस्य भी मौजूद थे.