मौत की सजा की परवाह किये बिना याकूब मेमन दे रहा है एमए की परीक्षा

नागपुर : मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार विस्फोट की साजिश में दाउद इब्राहीम का अहम साथी याकूब अब्दुल मेमन नागपुर की सेंट्रल जेल में एमए राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा दे रहा है. उसकी फांसी की सजा पर पिछले हफ्ते ही उच्चतम न्यायालय ने रोक लगाई है. मेमन एक चार्टड अकाउंटेंट है और वह एमए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2014 2:50 PM

नागपुर : मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार विस्फोट की साजिश में दाउद इब्राहीम का अहम साथी याकूब अब्दुल मेमन नागपुर की सेंट्रल जेल में एमए राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा दे रहा है. उसकी फांसी की सजा पर पिछले हफ्ते ही उच्चतम न्यायालय ने रोक लगाई है.

मेमन एक चार्टड अकाउंटेंट है और वह एमए की द्वितीय वर्ष की परीक्षा दे रहा है. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के क्षेत्रीय निर्देशक पी शिवस्वरुप ने यहां पीटीआई से कहा,‘‘ उसने 3 जून को अपनी पहली परीक्षा दी थी और दूसरी परीक्षा कल नागपुर की सेंट्रल जेल के ‘फांसी यार्ड’ (अतिसुरक्षित जेल, जहां पर कैदी फांसी की सजा का इंतजार करते हैं.) में दी. बहुचर्चित कैदी होने के चलते उसे बाहर जाने की अनुमति नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि उसकी परीक्षाएं 28 जून को समाप्त होंगी. शिवस्वरुप ने कहा कि जेल में मेमन के साथ ही मौत की सजा का सामना कर रहे पांच और बंदी भी परीक्षा दे रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘ 300 से ज्यादा कैदी विभिन्न कोर्सों की परीक्षाएं दे रहे हैं. यह निश्चित रुप से एक अच्छा संकेत है. मेमन हमारे लिए अन्य कैदियों की तरह हैं जो सलाखों के पीछे विभिन्न सजाएं काट रहे हैं. इग्नू के निर्देशक ने कहा कि मेमन ने इससे पहले एमए (अंग्रेजी) की परीक्षा द्वितीय श्रेणी में पास की थी और उसे 12 अप्रैल 2013 को नागपुर विश्वविद्यालय के गुरुनानक हॉल में आयोजित हुए दीक्षांत समारोह में डिग्री दी गई थी.मौत की सजा का सामना करने के कारण अन्य कैदियों की तरह पुलिस ने उसे समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि उसकी डिग्री बाद में उसे जेल परिसर में दी गई. उच्चतम न्यायालय ने 2 दो जून को उसकी फांसी पर रोक लगा दी और मामले को संवैधानिक पीठ को भेज दिया था.

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