9 अक्टूबर का इतिहास : मलाला युसुफजई पर आज ही हुआ था तालिबानी हमला
नयी दिल्ली : आज 9 अक्टूबर का दिन इतिहास में 15 साल की एक किशोरी पर तालिबान के बेरहम आतंवादियों के घातक हमले का साक्षी है. पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली मलाला युसुफजई की बीबीसी के जरिए गुल मकई के नाम से दुनियाभर में गूंजती आवाज को दबाने के लिए तालिबान […]
नयी दिल्ली : आज 9 अक्टूबर का दिन इतिहास में 15 साल की एक किशोरी पर तालिबान के बेरहम आतंवादियों के घातक हमले का साक्षी है. पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली मलाला युसुफजई की बीबीसी के जरिए गुल मकई के नाम से दुनियाभर में गूंजती आवाज को दबाने के लिए तालिबान ने नौ अक्टूबर 2012 को स्कूल से घर लौट रही मलाला के सिर में गोली मारकर उसकी जान लेने की कोशिश की थी. हमला घातक था, लेकिन मलाला का हौंसला भी कम न था.
ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वह ठीक हुईं और एक बार फिर अपने अभियान में जुट गईं. सबसे कम उम्र में शांति का नोबेल जीतने वाली मलाला आतंकवादियों के बच्चों को भी शिक्षा देने की पक्षधर है ताकि वह शिक्षा और शांति का महत्व समझें.
देश दुनिया के इतिहास में आज की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का ब्यौरा इस प्रकार है:-
1949 : भारतीय प्रादेशिक सेना का गठन. ब्रिटिश हुक्मरान ने 1920 में इंडियन टेरिटोरियल एक्ट के आधार पर इस सेना के गठन का रास्ता साफ किया था, लेकिन आजादी के बाद भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी ने औपचारिक तौर पर इसकी स्थापना की.
1963: सैफुद्दीन किचलू का निधन. प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी किचले पहले भारतीय थे, जिन्हें अन्तरराष्ट्रीय शांति के लिए लेनिन अवार्ड से सम्मानित किया गया.
1977: बॉम्बे (अब मुंबई) और लंदन के बीच संपर्क के साथ ही अन्तरराष्ट्रीय डायरेक्ट डायलिंग टेलीफोन सेवा आज ही के दिन शुरू हुई.
1990: देश में ही निर्मित पहला तेल टैंकर भारतीय जहाजरानी निगम को सौंपा गया. इसका निर्माण कोच्चिं शिपयार्ड लिमिटेड ने किया था.
1991 : सूमो पहलवानी के 1500 बरस के इतिहास में पहली बार जापान से बाहर इसका आयोजन किया गया. ब्रिटेन में लंदन के प्रसिद्ध रॉयल अल्बर्ट हाल में जापान फेस्टिवल के अंतर्गत इस पहलवानी की स्पर्धा का आयोजन किया गया.
1997 : इटली के लेखक दारिओ फो को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया.
2004 : अफगानिस्तान के इतिहास में पहली बार लोगों ने अपनी पसंद का राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान में हिस्सा लिया. चुनाव में हामिद करजई विजयी रहे. देश में 2001 में तालिबान के पतन के बाद करजई ने अंतरिम राष्ट्रपति का दायित्व निभाया था.
2012 : तालिबान के बंदूकधारियों ने पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली 15 बरस की मुखर वक्ता मलाला युसुफजई को सिर में गोली मारी. मलाला हालांकि इस घातक हमले में बच गई.