हिन्दू-मुस्लिम छात्रों को अलग-अलग कक्षाओं में बैठाने का मामला : स्कूल प्रभारी निलंबित, जावड़ेकर ने भी मांगी रिपोर्ट

नयी दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यहां एक प्राथमिक स्कूल में हिन्दू और मुस्लिम बच्चों को कथित रूप से अलग-अलग कक्षाओं में बैठाने की खबरों पर बुधवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) से रिपोर्ट मांगी. मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकारों से कहा, हमें अब तक कोई शिकायत नहीं मिली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2018 8:55 PM

नयी दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यहां एक प्राथमिक स्कूल में हिन्दू और मुस्लिम बच्चों को कथित रूप से अलग-अलग कक्षाओं में बैठाने की खबरों पर बुधवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) से रिपोर्ट मांगी.

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकारों से कहा, हमें अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है लेकिन हमने मीडिया की खबर को पढ़ा है. मैंने रिपोर्ट मांगी है. मीडिया में बुधवार को प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक, एनडीएमसी के शिक्षकों के एक वर्ग ने आरोप लगाया है कि वजीराबाद के प्राथमिक स्कूल में हिन्दू और मुस्लिम छात्रों को अलग-अलग कक्षाओं में बैठाया जा रहा है.

* स्कूल प्रभारी तुरंत प्रभाव से निलंबित

हिन्दू और मुस्लिम छात्रों को अलग-अलग कक्षाओं में बैठाने को लेकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) ने स्कूल के प्रमुख को निलंबित कर दिया है. एनडीएमसी के आयुक्त मंधूप व्यास ने यह जानकारी देते हुए शिक्षक के कृत्य को ‘अकल्पनीय’ और ‘अक्षम्य’ करार देकर निंदा की.

व्यास ने कहा, मुझे मेरे अधिकारियों ने आरोपों के बारे में जानकारी दी. हमने आरोपों की जांच करने का फैसला किया और दुर्भाग्य से यह आरोप सही पाए गए. हमने तुरंत प्रभाव से स्कूल के प्रमुख को निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ अहम जुर्माना आरोप पत्र की शुरुआत कर दी है.

आयुक्त ने कहा कि अधिकारी का आचरण ‘बेतुका’ और ‘अक्षम्य’ है और बहुलवादी समाज के मिजाज के खिलाफ है. उन्होंने कहा, हमारी जांच के दौरान, यह पाया गया कि स्कूल प्रभारी ही था जिसने (छात्रों को) अलग-अलग कक्षाओं में बैठाना शुरू किया.

ये बच्चे गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं और इस तरह के कृत्यों से उन पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं. हम ऐसी चीजें बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह अक्षम्य है. प्राथमिक स्कूल भाजपा शासित एनडीएमसी के वजीराबाद इलाके में पड़ता है. यह इलाका नगर निकाय के सिविल लाइंस जोन के तहत आता है. दिल्ली के नगर निगम के सभी स्कूल प्राथमिक हैं. नगर निगम के अन्य स्कूल के शिक्षकों ने घटना पर हैरानी जताई है.

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