दिग्‍गज कांग्रेसी नेता एन डी तिवारी का उनके 93वें जन्मदिन पर निधन

नयी दिल्ली : केन्द्र और राज्यों में विभिन्न पदों पर रहे कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता नारायण दत्त तिवारी का लम्बी बीमारी के बाद गुरुवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. चिकित्सकों ने यह जानकारी दी. आज ही उनका जन्मदिन भी था. वह 93 वर्ष के थे. उन्होंने बताया कि मैक्स सुपर स्पेशलिटी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2018 4:08 PM

नयी दिल्ली : केन्द्र और राज्यों में विभिन्न पदों पर रहे कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता नारायण दत्त तिवारी का लम्बी बीमारी के बाद गुरुवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. चिकित्सकों ने यह जानकारी दी. आज ही उनका जन्मदिन भी था. वह 93 वर्ष के थे.

उन्होंने बताया कि मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती तिवारी को दिल का दौरा पड़ा और अपराह्र दो बजकर 50 मिनट पर उनका निधन हो गया. उन्हें मस्तिष्काघात के बाद पिछले वर्ष सितम्बर में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

चिकित्सकों की एक टीम आईसीयू में 24 घंटे उनकी स्थिति पर नजर रख रही थी. तिवारी को दो राज्यों उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनने का अद्वितीय गौरव हासिल था. उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस छोड़कर 1995 में कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता अर्जुन सिंह के साथ मिलकर एक अलग पार्टी कांग्रेस (टी) बना ली थी.

हालांकि सोनिया गांधी के कांग्रेस की कमान संभालने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था. तिवारी पार्टी के नेतृत्व वाली कई सरकारों में केन्द्रीय मंत्री रहे थे. वह उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे थे. वह 2002-2007 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी बने थे.

2007 से 2009 तक वह आंध्र प्रदेश के राज्यपाल रहे लेकिन एक कथित सेक्स स्कैंडल के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. उनके पुत्र रोहित शेखर तिवारी उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पिछले वर्ष जनवरी में भाजपा में शामिल हो गये थे. 18 अक्टूबर,1925 को नैनीताल में जन्में तिवारी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, एनडी तिवारी जी के निधन से दुखी हूं. वह एक बड़े नेता थे जो अपने प्रशासनिक कौशल के लिए जाने जाते थे. उन्हें औद्योगिक विकास की दिशा में उनके प्रयासों और उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड की प्रगति के वास्ते काम करने के लिए याद रखा जाएगा.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तिवारी के निधन पर शोक जताया है. रावत ने कहा कि तिवारी का निधन एक निजी क्षति है.

उन्होंने कहा, तिवारी के जाने से भारतीय राजनीति में जो शून्य उभरा है, उसको भर पाना बहुत मुश्किल है. तिवारी देश के वित्त मंत्री और विदेश मंत्री भी रहे थे. रावत ने ट्वीट किया, उत्तराखंड उनके योगदान को कभी भी नहीं भूल पायेगा.

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी के वयोवृद्ध नेता के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट किया, कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता, पूर्व केन्द्रीय मंत्री, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री एन डी तिवारी जी के निधन पर मेरी गहरी संवेदना.

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