नयी दिल्लीः राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित किए जाने के बाद संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी. सोलहवीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत चार जून को हुयी थी. इस सत्र के दौरान पहले नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई गयी और छह जून को अध्यक्ष पद के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता सुमित्र महाजन का सर्वसम्मति से चुनाव किया गया.
चार जून को हालांकि केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के निधन के कारण सदन की बैठक दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी थी.
नौ जून को राष्ट्रपति द्वारा संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में दिए गए अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर दोनों सदनों में दो दिन चर्चा हुई. चर्चा का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज शाम विस्तार से जवाब दिया. इस संक्षिप्त सत्र के दौरान लोकसभा में सदस्यों ने नियम 377 के तहत 34 मामले उठाए.
उधर राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित किए जाने के बाद राज्यसभा भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी। यह उच्च सदन का 231वां सत्र था. राज्यसभा के सत्र की शुरुआत नौ जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति अभिभाषण के बाद हुई। उच्च सदन में राष्ट्रपति अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर दो दिन चर्चा हुयी जिसमें 40 से ज्यादा सदस्यों ने भाग लिया.
सदन में इसके बाद विभिन्न दलों के सदस्यों ने धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने अधिकतर संशोधनों को वापस ले लिया जबकि कुछ संशोधनों को ध्वनिमत से नकार दिया गया. इसके बाद सदन ने धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया. 16वीं लोकसभा के गठन के बाद उच्च सदन का यह पहला सत्र था.