गृह मंत्री ने पाकिस्तान को दी नसीहत, वार्ता के लिए पहले आतंकवाद पर लगाम लगाये

श्रीनगर : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि केंद्र पाकिस्तान सहित किसी से भी बातचीत करने को तैयार है, लेकिन आतंक और बातचीत कभी एकसाथ नहीं चल सकते. गृह मंत्री ने यहां विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि उन्होंने उन सभी से जम्मू कश्मीर में होनेवाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2018 9:29 PM

श्रीनगर : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि केंद्र पाकिस्तान सहित किसी से भी बातचीत करने को तैयार है, लेकिन आतंक और बातचीत कभी एकसाथ नहीं चल सकते. गृह मंत्री ने यहां विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की.

उन्होंने कहा कि उन्होंने उन सभी से जम्मू कश्मीर में होनेवाले पंचायत चुनाव में भाग लेने की अपील की है. सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, बड़ी से बड़ी समस्याओं का सामना किया जा सकता है और मसलों को लोकतांत्रिक तरीकों से हल किया जा सकता है. जम्मू कश्मीर की अनेक समस्याओं को भी लोकतंत्र के जरिये हल किया जा सकता है. मैं प्रदेश की जनता से लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लेने की अपील करता हूं. उन्होंने कहा कि जो लोकतंत्र में यकीन नहीं रखते वे लोगों के हिमायती कभी नहीं हो सकते. नेशनल कान्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने हाल ही में प्रदेश में हुए शहरी निकाय चुनावों का बहिष्कार किया था.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जहां तक वार्ता की बात है तो सरकार को किसी से भी बातचीत करने में समस्या नहीं है. गृह मंत्री ने कहा, कम से कम उन्हें यह भी देखना चाहिए कि पाकिस्तान भारत में आतंकवाद प्रायोजित कर रहा है साथ ही आतंकवाद को बढ़ावा भी दे रहा है. हमें आश्वासन दीजिए कि पाकिस्तान की ओर से ऐसे कोई प्रयास नहीं होंगे. आतंक और वार्ता कभी एक साथ नहीं चल सकते. यह पूछे जाने पर कि क्या अलगाववादियों से बातचीत करने की भी कोई पहल है, उन्होंने कहा कि सरकार किसी से भी बातचीत कर सकती है जो बातचीत का इच्छुक है.

गृह मंत्री ने कुलगाम में मुठभेड़ स्थल में विस्फोट में सात नागरिकों के मारे जाने की घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया साथ ही लोगों से ऐसे स्थानों पर नहीं जाने को कहा जहां सुरक्षा अभियान चल रहे हों. गृह मंत्री ने मृतकों के परिजन को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की. गृह मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, कुलगाम में एक घटना हुई है. मुझे बताया गया कि इसमें कुछ नागरिक मारे गये हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे बताया गया कि अभियान समाप्त हो गया था और सुरक्षा बल वहां से चले गये थे, लेकिन कुछ लोग उस स्थान पर पहुंच गये और वहां किसी कारण से विस्फोट हो गया. हमें लोगों के मारे जाने का दुख है. उन्होंने कहा कि वह मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. साथ ही कहा, किसी जीवन का मूल्य रुपयों से तय नहीं किया जा सकता फिर भी मैं प्रत्येक पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा करता हूं.

उन्होंने प्रदेश की सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के बाद कहा कि लोगों के सहयोग से जम्मू कश्मीर में आतंकवाद समाप्त होगा और प्रदेश भारत के विकसित राज्यों की कतार में शामिल होगा. उन्होंने कहा, अगर सुरक्षा बल कोई अभियान चला रहे हैं तो मैं लोगों से वहां नहीं जाने की अपील करता हूं. सुरक्षा बल ऐहतियात बरतते हैं और हमने उन्हें ऐसा करने के निर्देश लगातार दिये हैं. गौरतलब है कि कुलगाम जिले के लारू गांव में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये थे और अभियान समाप्त हो गया था. सुरक्षाबल वहां से चले गये, लेकिन कुछ नागरिक तत्काल मुठभेड़ स्थल में चले गये और वहां अचानक विस्फोट हो गया जिसमें सात नागरिक मारे गये.

सिंह ने बताया कि अधिकारियों और विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के साथ बातचीत के दौरान केरन, तंगधार, करगिल, द्रॉस, माछिल तथा गुरेज सीमाई इलाकों में रहनेवाले लोगों के लिए एक अच्छी सड़क का निर्माण का मुद्दा भी उठा. उन्होंने कहा, मैंने सड़क परिवहन मंत्रालय से इसके लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने को कहा है. यह सड़क बनायी जायेगी.

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