जानिए कौन हैं सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और स्पेशल निदेशक राकेश अस्थाना
नयी दिल्ली :देश की शीर्ष जांच एजेंसी सीबीआई के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब शीर्ष पद पर बैठे दो अधिकारियों के बीच विवाद को लेकर सरकार की किरकिरी हो रही है और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. सरकार ने दोनों अधिकारियों राकेश अस्थाना और आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज […]
नयी दिल्ली :देश की शीर्ष जांच एजेंसी सीबीआई के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब शीर्ष पद पर बैठे दो अधिकारियों के बीच विवाद को लेकर सरकार की किरकिरी हो रही है और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. सरकार ने दोनों अधिकारियों राकेश अस्थाना और आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया है और अंतरिम निदेशक के पद एम नागेश्वर की नियुक्ति कर दी है. अब राकेश अस्थाना पर लगे आरोपों की जांच नयी टीम करेगी. जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि सच क्या है. आइए जानते हैं विवाद में फंसे दोनों अधिकारियों का प्रोफाइल.
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जानिए कौन है आलोक वर्मा
आलोक वर्मा 22 साल की उम्र में आईपीएस अधिकारी बने थे साल था 1979. उन्हें AGMUT (अरुणाचल, गोवा, मिजोरम, केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के अधिकारी थे. वर्मा अपनी बैच में सबसे कम उम्र के अधिकारी थे. उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की. सीबीआई प्रमुख बनने से पहले वह दिल्ली के पुलिस कमिश्नर के पद पर रह चुके हैं. वे तिहाड़ जेल के महानिदेशक के रूप में भी काम कर चुके हैं. साल 2017 में सीबीआई के प्रमुख बने उस वक्त वे दिल्ली के पुलिस कमिश्नर थे. ध्यान देने वाली बात यह है कि सीबीआई में काम किये बगैर वह सीधे अहम पद पर नियुक्त हुए.
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अब राकेश अस्थाना को जानिए
राकेश अस्थाना साल 1984 बैच के आईपीएस आफिसर हैं. वे गुजरात कैडर के हैं . वह चर्चा में तब आये जब साल 1996 में उन्होंने लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में गिरफ्तार किया. साल 2002 गुजरात का गोधरा कांड चर्चा में रहा. इस मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम का नेतृत्व किया था. राकेश कई अहम मामलों को अपने हाथ में ले चुके हैं, जिसमें अहमदाबाद ब्लास्ट और आसाराम जैसे चर्चित और अहम मामले शामिल हैं. अस्थाना को पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था. अस्थाना दूसरी बार सीबीआई में अपना योगदान दे रहे थे. ध्यान रहे कि पिछले साल ही वह अतिरिक्त निदेशक के पद पर काम कर चुके थे.