VIDEO सीबीआई पर घमासान: गिरफ्तारी के बाद थाने लाया गया राहुल गांधी को, छोड़ा गया
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा की पुन: बहाली की मांग को लेकर निकाले गये विरोध मार्च की अगुवाई की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर माफी मांगने को कहा. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस मार्च में हिस्सा लिया जो सीबीआई मुख्यालय के बाहर पहुंचने के […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा की पुन: बहाली की मांग को लेकर निकाले गये विरोध मार्च की अगुवाई की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर माफी मांगने को कहा. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस मार्च में हिस्सा लिया जो सीबीआई मुख्यालय के बाहर पहुंचने के बाद विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया. अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी एकजुटता दिखाते हुए इस विरोध में हिस्सा लिया.
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#WATCH Congress President Rahul Gandhi and Ashok Gehlot lead the protest march to CBI HQ against the removal of CBI Chief Alok Verma. pic.twitter.com/7FNkhoWQCb
— ANI (@ANI) October 26, 2018
कांग्रेस के इस मार्च को सीबीआई मुख्यालय से करीब 200 मीटर पहले ही रोक दिया गया. मार्च रोके जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बैरिकेटिंग के ऊपर चढ़कर बैठ गये. वे करीब एक घंटे तक सीबीआई मुख्यालय के सामने डटे रहे. बाद में बैरिकेटिंग से उतरकर राहुल गांधी एक गाड़ी में चढ़ गये और वहां से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. राहुल गांधी के बगल में बैरिकेटिंग पर वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, भाकपा नेता डी राजा भी बैठे हुए थे
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पीएम ने अनिल अंबानी की जेब में देश की जनता का पैसा डाला. प्रधानमंत्री ने राफेल मामले की जांच से बचने के लिए सीबीआई के डायरेक्टर को हटाया है. हम चौकीदार को चोरी नहीं करने देंगे. यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद वे लोधी रोड थाने गये और सांकेतिक गिरफ्तारी दी.
गिरफ्तारी देने के बाद राहुल गांधी लोधी कॉलोनी थाने पहुंचे हालांकि बाद मेंउन्हें छोड़ दिया गया.
Congress President @RahulGandhi is being held at the Lodhi Colony police station for protesting against Modi Govt's interference with the CBI.#ModiSeCBIBachao pic.twitter.com/sVliiL8L8i
— Congress (@INCIndia) October 26, 2018
शरद यादव और भाकपा नेता डी राजा भी आए नजर
आपको बता दें कि सरकार ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा से उनके सारे अधिकार लेकर उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया है. कांग्रेस ने वर्मा के खिलाफ की गई इस कार्रवाई को “अवैध एवं असंवैधानिक” करार दिया है. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस मार्च में हिस्सा लिया जो सीबीआई मुख्यालय के बाहर पहुंचने के बाद विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया. अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी एकजुटता दिखाते हुए इस विरोध में हिस्सा लिया. लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, भाकपा नेता डी राजा और तृणमूल कांग्रेस के नदीम-उल-हक कांग्रेस के इस विरोध मार्च में शामिल हुए.
क्या कहा केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने
मामले को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सीबीआई के दो शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ सीवीसी की जांच चल रही है. इसलिए तब तक उन्हें जिम्मेदारी से हटे रहना चाहिए जिससे जांच प्रभावित न हो. उन्होंने कहा कि सीबीआई विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. मामले की सीवीसी जांच चल रही है, जो भी सच होगा वह हमारे और आपके सामने आ जाएगा. सीबीआई विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला सकारात्मक रहा और यह एक सकारात्मक कदम भी है. जेटली ने कहा कि वह एजेंसी जो भ्रष्टाचार की जांच करते हैं जब उसके दो बड़े अधिकारी ऐसे मामले में फंस जाए तो इसके लिए बहुत ही ज्यादा सटीक और निष्पक्ष जांच की जरूरत होती है. जिनके खिलाफ जांच चल रही हो वह उसी एजेंसी में कैसे रह सकते हैं. सरकार की नियत है कि सच सामने आए और जल्दी सामने आए। सुप्रीम कोर्ट ने भी उसी बात को आगे बढ़ाया है.
क्या कहा गृहमंत्री ने
मामले को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस के पास उठाने के लिए जनता से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे बेफिजूल के मुद्दे उठा रहे हैं. हमें जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार करना चाहिए.