दिल्ली में हवा की रफ्तार तो हुई तेज, Air Pollution की मात्रा में नहीं आयी कमी

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में सुबह तेज हवा बहने के चलते वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गयी है, जबकि एक दिन पहले प्रदूषण ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंच गया था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 366 दर्ज किया. केंद्र संचालित ‘सिस्टम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2018 4:20 PM

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में सुबह तेज हवा बहने के चलते वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गयी है, जबकि एक दिन पहले प्रदूषण ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंच गया था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 366 दर्ज किया. केंद्र संचालित ‘सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च’ (सफर) के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह तेज हवा के चलने से वायु गुणवत्ता में सुधार जोड़ा जा सकता है.

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अधिकारी ने बताया कि सुबह हवा की रफ्तार बढ़ी थी. यह राहत बनकर आयी. इससे प्रदूषक कण तेजी से बिखरे और वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी की तरफ गयी. मंगलवार को शहर में इस मौसम की सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गयी थी और प्रदूषण स्तर 401 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया, जिसके कारण अधिकारियों ने निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध के अलावा कोयला और बायोमास ईंधन से संचालित उद्योगों में कामकाज पर एक नवंबर से 10 नवंबर तक रोक लगा दी.

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शून्य से 50 को ‘अच्छा’ माना जाता है, जबकि 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 एवं 200 को ‘सामान्य’, 201 एवं 300 को ‘खराब’, 301 एवं 400 को ‘बेहद खराब’ और 401 एवं 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है. राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण स्तर के बिगड़ने का सिलसिला जारी रहने पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण निजी वाहनों के इस्तेमाल को नियंत्रित करने पर विचार कर रहा है. बुधवार को हवा में घुले हुए अतिसूक्ष्म प्रदूषक कण पीएम 2.5 को 215 दर्ज किया गया. पीएम 10 की तुलना में ये कण स्वास्थ्य के लिए अधिक खतरनाक होते हैं.

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