नयी दिल्ली : नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जतायी कि भारत अगले तीन साल में कारोबार सुगमता रैंकिंग में शीर्ष 25 देशों की सूची में स्थान बना सकता है. विश्व बैंक द्वारा बुधवार को जारी कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत ने पिछले साल के मुकाबले 23 पायदान की ऊंची छलांग लगाई है. इस रैंकिंग में भारत अब 77वें स्थान पर पहुंच गया है.
इस उल्लेखनीय बढ़त पर कांत ने कहा कि भारत अगले साल शीर्ष 50 देशों में आ सकता है. दिल्ली में एक कार्यक्रम से इतर कांत ने कहा, ‘यह प्रदर्शन (रैंकिंग में उछाल) शानदार है… इस आकार और विविधता वाले किसी अन्य देश ने तीन साल में 65 पायदान की छलांग नहीं लगायी है… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल में शीर्ष 50 देशों में शामिल होने का सपना देखा था. अगले तीन साल में शीर्ष 25 स्थान हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण है.” भारत पिछले साल विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में 100वें स्थान पर रहा था.
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विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत की रैंकिंग सुधरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल कहा कि निवेश को बढ़ावा देने वाला माहौल सुनिश्चित करने के लिए सरकार आर्थिक सुधारों को लेकर प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘कारोबार सुगमता में भारत की रैंकिंग एक बार फिर बढ़ने से प्रसन्न हूं.
आर्थिक सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को लेकर हम दृढ़ हैं जो उद्योग, निवेश और अवसरों को बढ़ावा देने वाला माहौल सुनिश्चित करेंगे.’ मोदी सरकार के मनोबल को बढ़ावा देते हुए भारत विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में 23 पायदान की छलांग लगाकर 77वें पायदान पर पहुंच गया। भारत ने दक्षिण एशियाई देशों में पहली बार शीर्ष रैंकिंग हासिल की है और ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों में वह तीसरे स्थान पर है.