नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या में विवादित राम मंदिर निर्माण मामले की सुनवाई जनवरी, 2019 में करने के फैसले के बाद देश में मचे राजनीतिक घमासान के बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अपने बयानों से दखल देना शुरू कर दिया है. इस मामले में योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि अगर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मामले में कोर्ट की ओर से फैसला आने में देर हुई, तो इसके लिए संसद में बिल जरूर लाया जायेगा.
इसे भी पढ़ें : राम मंदिर पर भाजपा सांसद राकेश सिन्हा लायेंगे Private Bill
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि यदि कोर्ट के फैसले में देर हुई, तो संसद में जरूर इसके लिए बिल आयेगा और इसे आना ही चाहिए. राम जन्मभूमि पर राम मंदिर नहीं बनेगा, तो किसका मंदिर बनेगा. संतों और राम भक्तों ने संकल्प किया है. अब राम मंदिर में और देर नहीं. मुझे लगता है कि देश को इसी साल शुभ मिलेगा.
Yadi nyaylay ke nirnay mein der hui to sansad mein zarur iska bill aega,aana hi chahiye.Ram Janmabhoomi pe Ram mandir nahi banega to kiska banega?Santon/Ram bhakton ne sankalp kiya ab Ram mandir mein aur der nahi,mujhe lagta hai isi varsh shubh samachar desh ko milega:Baba Ramdev pic.twitter.com/jrMLRVT7ZO
— ANI (@ANI) November 3, 2018
वहीं, इस मामले में राम जन्मभूमि न्यास के राम विलास वेदांती ने कहा है कि दिसंबर से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जायेगा और मस्जिद लखनऊ में बनेगी. राम विलास वेदांती ने कहा कि बगैर अध्यादेश के आपसी सहमति से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य दिसंबर से शुरू हो जायेगा. वेदांती के मुताबिक, इसी समय लखनऊ में मस्जिद का निर्माण भी कराया जायेगा.
इन दोनों संतों के अलावा राम मंदिर के मामले में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने शनिवार को ही बयान दिया कि राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. हम इस पर कुछ नहीं कर सकते, लेकिन भगवान राम की भव्य प्रतिमा बनाने से हमें कोई नहीं रोक सकता. अगर किसी ने रोकने की कोशिश की, तो हम उसे देखेंगे. मौर्या ने कहा कि हमें अयोध्या का विकास करने से कोई नहीं रोक सकता.